Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मंगोलिया में ‘म्यूजिशियन’ बने मोदी, संबंधों में नए संचार की पहल

Published

on

modi-musician

Loading

उलान बटोर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मंगोलिया का पारंपरिक लोकप्रिय संगीत वाद्य यंत्र ‘मोरिन खुर’ बजाया। मंगोलिया के राष्ट्रपति सखियागिन एल्बेगदोर्ज ने मोदी को यह सारंगी भेंट में दी थी। इस दौरान मंगोलिया के राष्ट्रपति सखियागिन एल्बेगदोर्ज उनके साथ खड़े रहें और मोदी ने लगभग आधे मिनट तक सांरगी बजाई।

मोदी ने ट्वीट कर बताया, “मोरिकन खुर, संगीत और मंगोलिया..राष्ट्रपति सखियागिन एल्बेगदोर्ज की ओर से एक अद्भुत भेंट।” इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर बताया, “मंगोलिया के साथ संबंधों में एक संचार पैदा करने की कोशिश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोरिन खुर की बारीकियां समझने की कोशिश कर रहे हैं।”

‘मोरिन खुर’ मंगोलिया की परंपरागत दो तार वाली सारंगी है, जो लकड़ी की बनी होती है और इसके ऊपरी सिरे पर घोड़े के सिर की आकृति होती है, जिसे मंगोलिया का प्रतीक माना जाता है। मंगोलिया की यायावर संस्कृति में मोरिन खुर का विशेष स्थान रहा है। यह मंगोलिया के लोगों के सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय संगीत वाद्य यंत्रों में से एक है। इस वाद्य यंत्र को पशुओं की खाल से तैयार किया जाता है और सारंगी की तारें और ऊपरी सिरा घोड़े के बालों से बना है। इससे पहले, एल्बेगदोर्ज ने मोदी के सम्मान में विशेष भोज का आयोजन किया।

इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मंगोलिया विश्व के सभी लोकतांत्रिक राष्ट्रों के बीच एक नई चमकती रोशनी है। मोदी ने मंगोलिया की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी दुनिया में मंगोलिया लोकतंत्र की नई चमकी रोशनी है। भारतीय प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर मंगोलिया की संसद को रविवार को विशेष कार्यवाही के लिए खोला गया था। उन्होंने कहा कि भारत-मंगोलिया एक दूसरे के आध्यात्मिक पड़ोसी हैं और दोनों देशों के आपसी संबंध भावनात्मक रूप से कालातीत हैं। मोदी ने कहा, “दिल और दिमाग के रिश्ते में दूरियों को मिटा देने की ताकत होती है।” उन्होंने कहा, “हमारा मानवीय रिश्ता भले ही बहुत मजबूत है, लेकिन हमारे बीच आर्थिक संबंध मामूली रहे हैं।” मोदी ने आशा जताई कि नई दिल्ली एवं उलान बतोर के संबंध नए युग में हर अवसर के साथ मजबूत होंगे।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending