Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

बौद्धिक अक्षमता वाले लोगों के बारे में जागरूकता के लिए वाकथॉन

Published

on

Loading

नई दिल्ली/गुड़गांव, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)| सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड ने रविवार को दिल्ली-एनसीआर में वाकथॉन का आयोजन किया जिसका उद्देश्य समाज में ऑटिज्म और डाउन सिंड्रोम जैसी बौद्धिक अक्षमताओं से पीड़ित लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

इस वाकथॉन की शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरुग्राम उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, सीबीआरई के भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई अध्यक्ष अंशुमान मैगजीन की उपस्थिति में हुई। दिल्ली-एनसीआर के सैकड़ों लोग ने इस कार्य के लिए और वाकथॉन के समर्थन के लिए एकत्रित हुए।

सीबीआरई अपने कॉरपोरेट जिम्मेदारी प्रयास के अंतर्गत बौद्धिक अक्षमता से पीड़ित बच्चों/वयस्कों, पिछड़े तबके के बच्चों और निर्माण साइट पर काम करने वाले बच्चों का समर्थन करती है। इस वर्ष के वाकथॉन का आयोजन मुस्कान के साथ आयोजित किया गया जो ऑटिज्म और डाउन सिंड्रोम से पीड़ित लोगों के लिए एक वयस्क प्रशिक्षण केंद्र है।

विनय प्रताप सिंह ने कहा, यह प्रयास लोगों की मानसिकता में बदलाव के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करता है और विकलांग लोगों को सम्मान का जीवन जीने योग्य बनाने के लिए उनके समावेशन को प्रोत्साहित करता है।

अंशुमान मैगजीन ने कहा, यह आयोजन लोगों को प्रेरित करने, उन्हें सशक्त बनाने और उन्हें इस जटिल समस्या से निपटने के लिए मदद करने की हमारी कोशिश है। वाकथॉन को मिला व्यापक उत्साह और समर्थन बहुत ही शानदार है, लोगों को साथ आते हुए देखना और एक समावेशी समाज तैयार करने की दिशा में प्रतिबद्धता दर्शाना बहुत ही बेहतरीन अनुभव था।

सीबीआरई के प्रयास को समर्थन देने के बारे में मुस्कान एनजीओ की संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. शांति औलक ने कहा, हमारी कोशिश बौद्धिक अक्षमता वाले लोगों को चुनौतीपूर्ण कार्यो का प्रशिक्षण और अवसर मुहैया कराना, उनकी स्थिति के प्रति उनका समर्थन करना और समाज में जागरूकता पैदा करने की है।

Continue Reading

लाइफ स्टाइल

गर्मियों में रोजाना मूली खाने से होंगे कई फायदे, आज ही करें डाइट में शामिल

Published

on

By

benefits of eating radish daily in summer

Loading

नई दिल्ली। लोगों को लगता है कि मूली केवल सर्दियों में उगती है और इसे तभी खाया जाता है, लेकिन मूली की कुछ किस्मे बसंत और गर्मियों में भी उगती हैं, जैसे कि गाजर। सफ़ेद मूली भारत में सबसे अधिक पाई जाने वाली किस्म है, जो स्प्रिंग-समर सीजन में मिलती है।

इसके अलावा मूली की अन्य किस्में भी हैं, जिसमें गुलाबी और कभी-कभी काले रंग की मूली शामिल है। हालांकि, कुछ लोगों को मूली पसंद नहीं होती, लेकिन हम आपको इसके कुछ ऐसे स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप इसे खाने से परहेज नहीं करेंगे।

सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है मूली?

RBC को बढ़ाए: मूली हमारे शरीर में RBC (रेड ब्लड सेल्स) के डैमेज को होने से रोकता है और इस प्रक्रिया में खून में ऑक्सीजन की आपूर्ति को भी बढ़ाता है।

हाई फाइबर: अगर मूली को रोजाना सलाद के हिस्से के रूप में खाते हैं, तो यह शरीर में फाइबर की कमी को पूरा करता है, जिससे डाइजेशन में सुधार होता है।

दिल के लिए फायदेमंद: मूली एंथोसायनिन का एक अच्छा स्रोत है, जो हमारे दिल को ठीक से काम करने में मदद करता है और जिससे दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। साथ ही इनमें विटामिन सी, फोलिक एसिड और फ्लेवोनोइड्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे: मूली पोटेशियम का भी अच्छा स्त्रोत है, जो ब्लड प्रेशर को कम करके ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकती है। खासकर अगर आप हाई बीपी से पीड़ित हैं।

इम्यूनिटी बढ़ाए: मूली में हाई विटामिन सी होने के कारण यह सामान्य सर्दी और खांसी से बचा सकता है और इम्यूनिटी में भी सुधार कर सकता है। लेकिन इसके लिए आपको रोजाना मूली खाने की जरूरत होती है। इसके अलावा यह फ्री रैडिकल्स से होने वाले डैमेज से भी बचाता है।

ब्लड वैसल्स को मजबूत करता है: मूली कोलेजन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो बदले में ब्लड वैसल्स को बूस्ट करती है और एथेरोस्क्लेरोसिस होने की संभावना को कम करती है।

मेटाबॉलिज्म के लिए फायदेमंद: यह रूट वेजिटेबल न केवल डाइजेशन के लिए अच्छी है, बल्कि यह एसिडिटी, मोटापा, गैस्ट्रिक समस्याओं और मतली जैसी परेशानियों को ठीक करने में भी मदद करती है।

न्यूट्रिशन से भरपूर: लाल मूली में विटामिन ई, ए, सी, बी6 और के होता है और यह सभी हमारे शरीर को अच्छी तरह से फंक्शन करने में मदद करती है।

स्किन के लिए फायदेमंद: हर दिन मूली का रस पीने से स्किन को हेल्दी रखने में मदद मिलती है और ऐसा ज्यादातर विटामिन सी, जिंक और फास्फोरस के गुणों के कारण होता है।

इसके अलावा ड्राईनेस, मुंहासे, फुंसी और रैशेज को भी दूर रख जा सकता है। वहीं मूली के रस को बालों में लगाते हैं, तो यह डैंड्रफ को दूर करने में भी मदद करता है, बालों का झड़ना रोकता है और जड़ों को मजबूत बनाता है।

हाइड्रेट: गर्मियों में मूली खाने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है।

डिसक्लेमर: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

Continue Reading

Trending