Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

बिहार में चुनावी अभियान का आज आगाज करेंगे अखिलेश

Published

on

बिहार में चुनावी अभियान, आगाज करेंगे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, 'सक्रिय कार्यकर्ता एवं सहमिलन सम्मेलन'

Loading

लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रचार अभियान का आगाज मंगलवार को करेंगे। बिहार की राजधानी पटना में पांच घंटे के प्रवास के दौरान वह कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अपने प्रवास के दौरान अखिलेश गठबंधन के नेताओं से बातचीत करेंगे और ‘सक्रिय कार्यकर्ता एवं सहमिलन सम्मेलन’ में हिस्सा लेंगे।

बिहार में सपा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र यादव के मुताबिक, पटना में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद अखिलेश गठबंधन के नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर भी चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि सपा बिहार चुनाव में पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव, कन्नौज से सांसद डिंपल यादव और पार्टी के अल्पसंख्यक चेहरा आजम खां को स्टार प्रचारक के तौर पर प्रचार के लिए आमंत्रित करेगी। रामचंद्र यादव का कहना है कि सपा किसानों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए हमेशा से संघर्ष करती आई है। इन्हीं नीतियों के साथ बिहार में चुनाव लड़ा जाएगा।

Continue Reading

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending