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प्रादेशिक

बरेली में सडक़ के किनारे बोरों में भरकर फूंके गए करोड़ों के नोट

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burnt noteबरेली। पीएम नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को बंद करने के आदेश के बाद यूपी के बरेली में बोरों में भरकर ऐसे नोटों को जलाए जाने का मामला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक शहर के सीबी गंज इलाके में पारसा खेड़ा रोड पर नोटों से भरी इन बोरियों को एक कंपनी के कर्मचारियों ने यहां लाकर आग के हवाले कर दिया।

कोई गिन न पाए कि कितने नोट जलाए गए, इसलिए नोटों की कतरन को आपस में मिला दिया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही वे सुबह सडक़ पर गए उन्होनें देखा कि नोटों की कतरनों के बड़े-बड़े ढेर पड़े थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि इन नोटों को फाडक़र जलाया गया। पुलिस ने इन जले हुए नोटों को जब्त कर लिया है और आरबीआई अधिकारियों को घटना के संबंध में जानकारी दी गई है।

बरेली के एसएसपी जोगिंदर सिंह ने कहा कि हम जले हुए नोटों की जांच कर रहे हैं ताकि उनकी प्रामाणिकता का पता लगाया जा सके।

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प्रादेशिक

जबलपुर में रेलवे कर्मचारी ने पत्नी और दो बेटियों के साथ ट्रेन से कटकर की आत्महत्या

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जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक रेलवे कर्मचारी ने अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल आत्महत्या की वजहों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

घटना भेड़ाघाट थाने के सिहोदा की है। जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र चढ़ार (32) रेलवे में ग्रुप-डी कर्मचारी थे। पत्नी रीना चढ़ार (26) के साथ उन्होंने बेटी सानवी (6) और मानवी (3 महीने) के साथ आत्महत्या कर ली। जीआरपी और भेड़ाघाट थाने की पुलिस मौके पर है।

पुलिस ने मर्ग कायम कर चारों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। फिलहाल मृतकों से जुड़े हुए अन्य तथ्यों की जांच की जा रही है कि आखिर रेलकर्मी किस परेशानी में था, जिसकी वजह से उसने परिवार को साछ इतना बड़ा आत्मघाती कदम उठा लिया।

सिहोदा गांव के रहने वाले मृतक रेलकर्मी के परिजन ने पुलिस को बताया कि कभी नरेंद्र और रीना चढ़ार के बीच कभी लड़ाई-झगड़े जैसी स्थिति नहीं बनी। नरेंद्र के चेहरे पर कभी परेशानी और शिकन नहीं देखी। दोनों पति-पत्नी अच्छे से रहते थे। 3 जून को ही गांव आरछा आया था। दिनभर रहा, शाम को जबलपुर लौटा था। बुधवार को नरेंद्र, उनकी पत्नी और दोनों बच्चों के शव कटे हुए मिले।

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