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मुख्य समाचार

‘बबुआ’ की कही गई बातें ‘बबुआ’ जैसी ही : मायावती

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mayawati modi rally flopलखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किए जा रहे विकास के तमाम दावों, सपा अपने बलबूते पर ही सरकार बनाएगी और अगर कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी (सपा) का गठबंधन हो जाए तो दोनों पार्टियों को मिलाकर 300 सीटें आ जाएंगी, जैसे बयानों पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि वास्तव में यह सब एक ‘बबुआ’ द्वारा कही गई ‘बबुआ’ जैसी ही बातें हैं।

उन्होंने कहा, इनके विकास व कानून-व्यवस्था से संबंधित सभी दावे हवा-हवाई व खोखले हैं। यह केवल जुबानी दावे हैं। विकास व कानून-व्यवस्था अगर जमीनी स्तर पर ठीक-ठाक होती, तो ये खुद ही बोलती और लोग भी उसका गुणगान करते।

मायावती ने अपने बयान में कहा कि वैसे भी सपा सरकार के मुखिया के उपरोक्त दावों में अगर जरा भी सच्चाई होती, तो फिर सपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ सपा सरकार के मुखिया भी गठबंधन के लिए इतना उतावले नहीं होते।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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