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बजट 2018: जानिए वित्तमंत्री ने दिया किन योजनाओं का तोहफा

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नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के बजट में आम लोगों, छात्रों से लेकर मछुआरों और किसानों तक के लिए कई अहम योजनाओं का ऐलान किया।

प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना
जेटली ने बजट के दौरान घोषणा की, “स्वास्थ्य संस्थानों समेत प्रमुख संस्थानों के बुनियादी ढांचे और अनुसंधान से संबंधित निवेश के लिए, मैं अगले चार साल में कुल एक लाख करोड़ रुपये के साथ 2022 तक शिक्षा क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्च र और प्रणाली (राइस) के पुनर्जीवित करने के लिए बड़ी पहल का प्रस्ताव रखता हूं। इस पहल के लिए उच्च शिक्षा अनुदान एजेंसी (एचईएफए) उपयुक्त रूप से वित्तपोषण करेगी।”

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना की भी घोषणा की, जिसके तहत एक हजार बी.टेक छात्रों को आइईआईटी और आईआईएससी में पीएचडी करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। जेटली ने कहा, “सरकार ने इस साल प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलो योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, हम हर साल प्रमुख संस्थानों के एक हजार सर्वश्रेष्ठ बी.टेक विद्यार्थियों की पहचान करेंगे और उन्हें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और भारतीय विज्ञान संस्थान में पीएचडी करने की सुविधा प्रदान करेंगे। छात्रों को एक अच्छी फेलोशिप रकम भी प्रदान की जाएगी।”

गोबर-धन योजना
सरकार ने ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बनाने के अपने प्रयासों के तहत एक नई योजना गोबर-धन की घोषणा की। जेटली ने आम बजट पेश करते हुए गोबर-धन (गैलवनाइजिंग ऑर्गेनिक बायॉ-एग्रो रिसोर्स धन) योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गोबर और खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थों को कंपोस्ट, बायॉ-गैस और बायॉ-सीएनजी में बदला जाएगा।

एकलव्य स्कूल
उन्होंने बजट भाषण में 2022 तक हर ब्लॉक में एकलव्य मॉडल रिहायशी स्कूल खोलने की बात कही। इसमें 50 फीसदी से ज्यादा जनजातीय आबादी होगी। कम से कम 20 हजार जनजातीय लोगों पर एक एकलव्य मॉडल रिहायशी स्कूल होगा। जनजातीय मामालों के मंत्रालय ने अपनी साल की अंतिम रिपोर्ट में कहा था, “इस योजना के तहत, इस साल दिसंबर अंत तक कुल 190 स्कूल खोल दिए जाएंगे।”

आयुष्मान भारत योजना
देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये के बीमा कवर की योजना का भी ऐलान किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर साल में मिलेंगे।

गांवों पर मेहरबान होते हुए वित्त मंत्री ने आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए 2018-19 के बजट में सरकार ने 14 लाख करोड़ से ज्यादा का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में 2 करोड़ शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा है वहीं सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके अलावा 2022 तक हर गरीब को घर देने की योजना भी है।

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बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

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नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

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