Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

लाइफ स्टाइल

बच्चों की परवरिश में पैरेंटिंग एप मददगार

Published

on

Loading

नई दिल्ली| प्रौद्योगिकी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनने के साथ ही पिछले कुछ वर्षो में बच्चों की परवरिश में भी काफी बदलाव आए हैं। पैरेंटिंग एप माता-पिता को अपने बच्चों की अच्छी तरह और सुरक्षित तरीके से परवरिश में मददगार साबित हो रहे हैं।

जहां तक बच्चों की बात है, तो आज की तारीख में कई स्मार्टफोन एप उपलब्ध हैं, जो माता-पिता के जीवन को सुगम बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।

उदाहरण स्वरूप ‘माईसिटी 4 किड्स फैमिली ऑर्गनाइजर’ एप माता-पिता को बच्चों से संबंधित सही गतिविधियों व सामग्री के चुनाव में मदद करता है।

अक्टूबर 2010 में लॉन्च ‘माईसिटी 4 किड्स’ कई मांओं के लिए एक अनिवार्य एप बन गया है।

एप के सह संस्थापक विशाल गुप्ता ने कहा, “माईसिटी 4 किड्स का विचार उस वक्त मेरे दिमाग में आया, जब मेरे बच्चे छह व दो साल के थे। अन्य माता-पिता की तरह हमें भी कुछ उपयुक्त चीजें करने का पता लगाने या किस जगह पर जाएं, जहां बच्चों को कुछ नया सीखने को मिले, इसका पता करने में परेशानी होती थी।”

गुड़गांव में रहने वाले 40 वर्षीय गुप्ता ने कहा, “हम एक ऐसे मोबाइल प्लेटफॉर्म का निर्माण करना पसंद करेंगे, जहां मांओं की एक ही जगह पर बच्चे से संबंधित सारी जरूरतों की पूर्ति हो सके और अन्य माता-पिता के साझा अनुभवों से सीख सकें।”

एप में कई फीचर जैसे फैमिली कैलेंडर, टू-डू लिस्ट्स, अपकमिंग इवेंट्स, किड्स रिसोर्सेज व पैरेंटिंग ब्लॉग हैं।

यह एप एप्पल व एंड्रॉयड दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

वर्तमान में एप अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, मुंबई व पुणे के माता-पिता की जरूरतों को पूरा करता है।

जल्द ही इसकी पहुंच कई अन्य शहरों तक हो जाएगी। बीते एक साल में ‘माईसिटी 4 किड्स’ वेबसाइट पर 35 लाख माता-पिताओं के कुल 2 करोड़ हिट्स मिले हैं।

माता-पिता के लिए कई अन्य एप भी हैं।

उदाहरण के लिए ‘फैमिली ट्रैकर’ माता-पिता को उनके बच्चे कहां हैं, इसके बारे में जानकारी देने में मदद करता है।

बच्चों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए एक अन्य एप ‘नॉर्थस्टार’ माता-पिता व स्कूल को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जिसका इस्तेमाल स्कूल बसों के लोकेशन का पता करने के लिए किया जा सकता है।

 

लाइफ स्टाइल

दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज  

Published

on

By

Junk food invites heart related diseases, avoid these foods

Loading

नई दिल्ली। अनियमित लाइफ स्टाइल व तला भुना जंक फूड दिल से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह बन गया है। स्टडीज़ के अनुसार, अगर आप अपने दिल की सेहत में सुधार करना चाहते हैं, तो इन 4 तरह के खाने से दूरी बना लें।

तला हुआ खाना

कई शोध से पता चला है कि सैचुरेटेड फैट्स शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल की मात्रा को बढ़ाने का काम करते हैं। रेड मीट, फ्रेंच फ्राइज़, सैंडविच, बर्गर आदि जैसे फूड्स LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं, जिससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का ख़तरा बढ़ जाता है।

चीनी युक्त सोडा या फिर केक

चीनी को मीठा ज़हर ही कहा जाता है। केक, मफिन, कुकीज़ और मीठी ड्रिंक्स शरीर में सूजन का कारण बनते हैं। चीनी का ज़्यादा सेवन शरीर में फैट्स बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।

लाल मांस

रेड मीट सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है, जिसकी वजह से धमनियों में प्लाक जम सकता है। जिनको मटन खाने का शौक है, उन्हें वह हिस्सा खाना चाहिए जिसमें ज़्यादा प्रोटीन और कम फैट हो। अगर आप चिकन खा रहे हैं तो ब्रेस्ट, विंग्ज़ वाला हिस्सा में ज़्यादा प्रोटीन होता है और कम फैट। वहीं, मछली सबसे हेल्दी और अच्छा ऑप्शन है।

सफेद चावल, ब्रेड या फिर पास्ता

सफेद ब्रेड, मैदे, चीनी और प्रोसेस्ड तेल को मिलाकर तैयार किए जाने वाले फूड्स में किसी भी तरह का फायदा नहीं होता। ऐसा ही सफेद पास्ता के साथ भी है। सफेद चावल में फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए दिल की सेहत के लिए इसका ज़्यादा सेवन नहीं किया जाना चाहिए।

 

Continue Reading

Trending