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लाइफ स्टाइल

‘प्लस साइज’ अब फैशन की दुनिया का अहम हिस्सा

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नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिकी गायिका और गीतकार मेगन ट्रेनर के गीत, ‘या माय मॉमा शी टोल्ड मी डोंट वरी अबाउट योर साइज’ के बोल आज के दौर में भारतीय फैशन उद्योग पर बिल्कुल खरे उतरते हैं।

आज भारतीय फैशन उद्योग में डिजाइनर प्लस साइज के शानदार परिधान बनाने पर खास ध्यान दे रहे हैं।

फाल्गुनी एंड शेन पीकॉक, पायल सिंघल और मोनिषा जयसिंह जैसे डिजाइनरों का कहना है कि प्लस साइज को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

फाल्गुनी एंड शेन पीकॉक ‘वोग वेडिंग शो 2017’ के पांचवें संस्करण में हिस्सा ले रहे हैं।

डिजाइनर जोड़ी फाल्गुनी एंड शेन पीकॉक ने आईएएनएस से कहा, हमारे देश में पचास फीसदी से अधिक महिलाओं का साइज 12 या इससे अधिक है। परिधान उद्योग इस पर ध्यान दे रहा है। आज रनवे से लेकर फैशन स्टोर्स और पत्रिकाओं के पन्नों पर भी प्लस साइज वाली महिलाओं की मौजूदगी नजर आ रही है।

डिजाइनर जोड़ी ने कहा, यह इसलिए नहीं है, क्योंकि उद्योग ने मान लिया है कि भारी भरकम शरीर होना सही है, बल्कि इसलिए कि उद्योग व्यावसायिक तौर पर इन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकता।

सिंघल की क्लाइंट लिस्ट में करीना कपूर खान, सोनम कपूर, शिल्पा शेट्टी कुंद्रा और सोनाक्षी सिन्हा जैसी सेलेब्रिटीज के नाम शामिल हैं।

उन्होंने व्यवसाय के तौर पर फैशन उद्योग के बारे में बात करते हुए कहा, एक समुदाय के तौर पर फैशन उद्योग बॉडी इमेज को लेकर सकारात्मक रुख अपना रहा है। और यह शानदार है, क्योंकि अब समय आ गया है, जब हमें महिलाओं को खुद को उसी स्वरूप में स्वीकार करने में मदद करनी होगी, जैसी वे हैं, न कि फैशन मैगजीन्स में फोटोशॉप की मदद से खूबसूरत दिखतीं दुबली-पतली मॉडलों जैसी।

अडेल, एमी शूमर, एशले ग्राहम, स्टेफनिया फरेरो जैसी वैश्विक हस्तियां और विद्या बालन व हुमा कुरैशी जैसी भारतीय सेलेब्रिटीज अपनी कर्वी फिगर के साथ खुद को साबित कर रही हैं और इन्हें देखकर आम महिलाएं आत्मविश्वास के साथ अपने प्लस साइज को खुशी से स्वीकार कर रही हैं।

भारत में भी अब हरदीप अरोड़ा के ‘मिस प्लस साइज नॉर्थ इंडिया 2017’ जैसी प्लस साइज सौंदर्य प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।

प्रख्यात डिजाइनर वेंडेल रॉड्रिक्स ने एक नया ऑटम विंटर कलेक्शन तैयार करने के लिए ऑल – द प्लस साइज स्टोर के साथ समन्वय किया है, जिसका प्रदर्शन आगामी लॅक्मे फैशन वीक (एलएफडब्ल्यू) विंटर/फेस्टिव 2017 में किया जाएगा।

रॉड्रिक्स ने कहा, फैशन उम्र, रंग, साइज या शेप के फर्क के बिना हर किसी के लिए होना चाहिए। एलएफडब्ल्यू में मैं प्लस साइज वाले लोगों के लिए रंगों और आकारों के सभी भ्रम तोड़ना चाहता हूं।

वोग वेडिंग शो 2017 के पांचवें संस्करण में शामिल होने जा रहीं डिजाइनर मोनिषा जयसिंह का कहना है, फैशन उद्योग अब प्लस साइज ग्राहकों पर ध्यान दे रहा है, जिन्हें लंबे अर्से से नजरअंदाज किया जाता रहा है।

वोग वेडिंग शो 2017 का आयोजन ताज पैलेस में 4 से 6 अगस्त तक किया जाएगा।

मोनिषा ने कहा, प्लस साइज फैशन ब्लॉगर्स भी इस मामले में बदलाव लाने में जुटे हैं। दुनियाभर के प्लस साइज मॉडल्स और ब्लॉगर्स फैशन के भविष्य का नया चेहरा हैं। प्लस साइज की इस क्रांति को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

मुंबई में रहने वाली अमेरिकी मॉडल लीज़ा गोल्डन भोजवानी ने आईएएनएस के साथ फोन पर बातचीत में कहा, समय बदल चुका है और अब प्लस साइज फिगर होना बुरा नहीं समझा जाता।

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योग एवं आयुर्वेद

ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी  

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नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-

  1. रनिंग

रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।

  1. वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

  1. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।

  1. धूप का सेवन

धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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