Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पेट्रोल 2.42 रुपये और डीजल 2.25 रुपये सस्‍ता

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर वृद्धि करने के बाद भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से कच्‍चे तेल के दामों में गिरावट के कारण पेट्रोल 2.42 रूपये और डीजल 2.25 रुपये सस्‍ता हो गया है। यह कमी पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों द्वारा दी गई छूट के वजह से हुई है। यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल के दाम में पिछले छह साल के निम्‍न स्‍तर पर देखी गयी है। इससे बाजार में पेट्रोल, डीजल के दाम में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, इस अवसर का सम्‍पूर्ण लाभ जनता को देने के बजाय सरकार ने अपना राजस्‍व बढ़ाने में भी किया है। जिस‍ वजह से पेट्रोल और डीजल पर दो-दो रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाया दिया गया है। डीजल पेट्रोल पर आज चौथी बार उत्पाद शुल्क नवंबर के बाद आज बढ़ाया गया है।

 

 

वित्त मंत्रालय की आज जारी अधिसूचना के अनुसार बिना ब्रांड वाले पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 8.95 रुपये लीटर और बिना ब्रांड वाले डीजल पर बढ़ाकर 7.96 रुपये लीटर कर दिया गया। उत्पाद शुल्क वृद्धि के बावजूद पेट्रोल के खुदरा मूल्य में 2.42 रुपये और डीजल के खुदरा मूल्य में 2.25 रुपये लीटर कटौती की गई है। इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 58.91 रुपए प्रति लीटर और डीजल का दाम 48.26 रुपए होगा।

 

उत्पाद शुल्क में चार बार की गई वृद्धि से सरकारी खजाने में 20,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व पहुंचेगा। इससे सरकार को राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.1 प्रतिशत पर रखने में मदद मिलेगी। उत्पाद शुल्क में आज की गई वृद्धि को मिलाकर पेट्रोल में 7.75 रुपये और डीजल में 6.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती का लाभ जनता को नहीं मिल पाया।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending