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पीएम ने किया मुद्रा बैंक का उद्घाटन, छोटे कारोबारियों को होगा फायदा

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 20 हजार करोड़ रुपये की पूंजी के साथ मुद्रा बैंक की शुरुआत की। इसका उद्देश्य छोटे कारोबारियों को आसान दरों पर ऋण उपलब्ध करवाना तथा सूक्ष्म वित्तीय संस्थाओं पर नियंत्रण एवं उनका विकास है, जिससे अंतत: देश की उत्पादकता में वृद्धि होगी और रोजगार के अधिक अवसरों का सृजन होगा। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य देश में चल रहे 5.8 करोड़ लघु उद्योगों को लाभ पहुंचाना है, जो 12 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सूक्ष्म इकाई विकास एवं पुनर्वित्त एजेंसी लिमिटेड’ (माइक्रो यूनिट्स डेवेलपमेंट एंड रीफाइनेंस एजेंसी-मुद्रा) के उद्घाटन अवसर पर कहा, “जिनके बैंक खाते नहीं थे, जनधन योजना के तहत ऐसे लोगों के खाता खुलवाने के बाद, उनका वित्तपोषण करने की जरूरत है, जिनके पास वित्तीय संसाधन नहीं हैं। मुद्रा इसी दिशा में हमारा नया प्रयास है।” उन्होंने कहा कि इस देश में करोड़ों ऐसे स्त्री-पुरुष हैं, जो लघु उद्योग चलाते हैं। देश की अर्थव्यवस्था में उनका बड़ा योगदान होने के बावजूद वे औपचारिक संस्थागत वित्त के दायरे से लगभग बाहर ही बने रहते हैं।

वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “ऐसे सूक्ष्म और लघु उद्योग इकाइयों और उद्यमों की संस्थागत वित्त तक पहुंच से न केवल उद्यमियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि यह उनके विकास और रोजगार को बढ़ाने में भी कारगर होगा।” केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 28 फरवरी को अपने बजट के भाषण में कहा था कि भारत में 5.77 करोड़ लघु उद्योग हैं, जिनमें से अधिकतर व्यक्तिगत प्रोपराइटरशिप में हैं। इन उद्यमियों को अगर औपचारिक ऋण व्यवस्था नहीं उपलब्ध कराई गई तो, ये मुश्किल में पड़ सकते हैं।

उन्होंने कहा था, “इसलिए मैं 20,000 करोड़ रुपये के कोष और 3,0000 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी कोष वाला एक सूक्ष्म इकाई विकास एवं पुनर्वित्त एजेंसी लिमिटेड (मुद्रा) बैंक बनाने का प्रस्ताव रखता हूं। मुद्रा बैंक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए सूक्ष्म-वित्तीय संस्थानों का पुनर्वित्तीयन करेगा।”

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मिर्जापुर में बोले पीएम मोदी- हमारे देश का पवित्र संविधान इंडी गठबंधन के निशाने पर है

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मिर्जापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मिर्जापुर के बरकछा में एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ का ये म​हीना हमारी परंपरा में विशेष होता है और इसका हर मंगलवार बहुत खास होता है. इस बार का बुढ़वा मंगल और भी विशेष है, क्योंकि 500 साल बाद ये पहला बुढ़वा मंगल होने वाला है, जब बजरंग बली के प्रभु राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजे होंगे. 6 चरणों के मतदान में देश ने तीसरी बार भाजपा-एनडीए की मजबूत सरकार को पक्का कर दिया है. भारत ने तीसरी बार मोदी सरकार बनाने का मन क्यों बनाया? इसका सीधा-सीधा कारण है- नेक नीयत, नेक नीतियां और राष्ट्रनिष्ठा.

पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन वालों को देश अच्छी तरह जान गया है. ये लोग घोर सांप्रदायिक हैं. ये लोग घोर जातिवादी हैं. ये लोग घोर परिवारवादी हैं. जब भी इनकी सरकार बनती है, ये लोग इसी आधार पर फैसला लेते हैं. कानून व्यवस्था और समाजवादी पार्टी का छत्तीस का आंकड़ा है। जो आतंकी पकड़े जाते थे, उनको भी ये सपा वाले छोड़ देते थे। जो पुलिस अफसर इसमें आनाकानी करता था, सपा सरकार उसे सस्पेंड कर देती थी। इन्होंने पूरे यूपी को, पूर्वांचल को माफिया का सुरक्षित ठिकाना बना दिया था। जीवन हो या जमीन, कब छिन जाए कोई नहीं जानता था और सपा सरकार में माफिया को भी वोटबैंक के हिसाब से देखा जाता था।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश का पवित्र संविधान भी इनके (इंडी गठबंधन) निशाने पर है। ये SC-ST-OBC का आरक्षण लूटना चाहते हैं। हमारा संविधान साफ-साफ कहता है, धर्म के आधार आरक्षण हो ही नहीं सकता. 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय समाजवादी पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था। तब सपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा था, जैसे दलितों, पिछड़ों को आरक्षण मिला है, वैसे ​ही मुसलमानों को भी आरक्षण दिया जाएगा। सपा ने कहा था, वो इसके लिए संविधान तक बदल देगी। सपा ने घोषणा की थी कि पुलिस और पीएसी में भी 15 प्रतिशत आरक्षण मुसलमानों को दिया जाएगा। ये लोग अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए किस तरह SC-ST-OBC का हक छीनने पर तुले हुए थे।

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