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मनोरंजन

नोटबंदी के चलते ‘ध्रुव’ की रिलीज टली

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नोटबंदी, 'ध्रुव', सुरेंद्र रेड्डी, राकुल प्रीत सिंह, गीता आर्ट्स

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नोटबंदी, 'ध्रुव', सुरेंद्र रेड्डी, राकुल प्रीत सिंह, गीता आर्ट्स

                                 ध्रुव

चेन्नई | राम चरण की आगामी तेलुगू फिल्म ‘ध्रुव’ की रिलीज नोटबंदी के चलते टल गई है। पहले यह फिल्म दो दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, जो अब नौ दिसंबर को रिलीज होगी। फिल्म निर्माता अल्लू अरविंद ने एक बयान में कहा, “हमने शुरू में दो दिसंबर को फिल्म रिलीज करने की योजना बनाई थी, लेकिन नोटबंदी की वजह से हम संदेह में थे कि दर्शक फिल्म देखने जाएंगे या नहीं। कुछ अध्ययनों और विचार-विमर्श के बाद, हमने नौ दिसंबर को फिल्म रिलीज करने का निर्णय लिया है।”

अरविंद ने बताया कि फिल्म की रिलीज स्थगित करने की अन्य कोई वजह नहीं है।

सुरेंद्र रेड्डी द्वारा निर्देशित फिल्म में राकुल प्रीत सिंह और अरविंद स्वामी भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

यह तमिल फिल्म ‘थानी ओरुवन’ का आधिकारिक रीमेक है, जो गीता आर्ट्स द्वारा निर्मित है।

 

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

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मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

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