Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नेपाल में फंसे लोगों को लेने आज रवाना होगा मप्र से राहत दल

Published

on

Loading

भोपाल | नेपाल में आए भीषण भूकंप में फंसे मध्य प्रदेश वासियों को सुरक्षित लाने के लिए राज्य से एक राहत दल मंगलवार को काठमांडू रवाना हो रहा है। नेपाल में राज्य के 25 लोगों के फंसे होने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश से कई परिवार काठमांडू स्थित विख्यात पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करने गए हुए हैं। ये लोग 25 अप्रैल को आए भूकंप के बाद वहीं फंसे हुए हैं। इनमें से कई परिवारों की अब तक कोई खोज खबर नहीं है। राज्य सरकार ने इन लोगों को सुरक्षित वापस लाने की पहल की है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान एक दल नेपाल भेजने का फैसला लिया। मध्य प्रदेश वासियों की सुरक्षित वापसी के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक पटेरिया इस राहत दल के साथ काठमांडू रवाना होंगे।

मुख्यमंत्री ने राहत दल की अगुवाई करने वाले पटेरिया को शहडोल जिले के 20 तथा राज्य के दूसरे हिस्सों के पांच अन्य लोगों सहित कुल 25 लोगों के फंसे होने की सूचना दी है।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending