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नेशनल

निर्वाचन आयोग ने गांधीनगर के आर्कबिशप को भेजा नोटिस

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गांधीनगर, 27 नवंबर (आईएएनएस)| भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने गांधीनगर के आर्कबिशप थॉमस मैकवान को नोटिस जारी करते हुए उनसे देश के पादरियों को पत्र लिखने के मामले में जवाब मांगा है। मैकवान ने पादरयिों को पत्र लिखकर गुजरात में उन लोगों के निर्वाचित होने के लिए प्रार्थना करने के लिए कहा था, जो भारतीय संविधान के प्रति वफादार रहें और बिना किसी भेदभाव के हर मनुष्य का सम्मान करें। निर्वाचन आयोग ने जिला कलेक्टर के जरिए आर्कबिशप को नोटिस जारी किया है और उनसे पत्र लिखने का मकसद स्पष्ट करने के लिए कहा है, जिसमें उन्होंने पादरियों से गुजरात चुनाव के लिए देश में प्रार्थना सभा आयोजित करने के लिए कहा है।

मैकवान ने अपने पत्र में लिखा है, गुजरात चुनाव के परिणाम महत्वपूर्ण हैं और हमारे देश की भविष्य की प्रगति को प्रभावित करेंगे। हमारे देश का धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ढांचा दांव पर हैं। मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है और संवैधानिक अधिकार कुचले जा रहे हैं। अल्पसंख्यकों, अन्य पिछड़े जाति(ओएबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), गरीबों आदि के बीच असुरक्षा की भावना बढ़ रही है और राष्ट्रवादी ताकतें देश को अपने नियंत्रण में लेने के कगार पर हैं।

गांधी नगर के कलेक्टर सतीश पटेल ने आईएएनएस को बताया, अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रवादी पार्टियां देश को बर्बाद कर रही हैं, इसलिए हम उनसे पूछना चाहते हैं कि वे किस तरह देश को बर्बाद कर रही हैं। हमने उनसे समुदाय को इस तरह के पत्र लिखने को लेकर बस स्पष्टीकरण मांगा है।

थॉमस मैकवान ने इससे पहले आईएएनएस को बताया था कि राष्ट्रवादी ताकतों से उनका मतलब उन लोगों से था जो राष्ट्रवाद के मामले में संकुचित विचारधारा के हैं। वे लोग जाति, भाषा, पंथ, धर्म, वित्तीय स्थिति के मामले में संकुचित सोच रखते हैं और इसलिए उन्होंने पत्र लिखा है।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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