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दो रुपए प्रति किलो बिक रहा टमाटर, सडक़ों पर बिखेरने को मजबूर किसान

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Tomato farmer in chattisgarhरायपुर। छत्तीसगढ़ में हफ्तेभर पहले ही 20 से 30 रुपये तक बिकने वाला टमाटर अब दो-तीन रुपये किलो पर आ गया है। आसमान छोड़ रसातल में पहुंचे टमाटर का भाव नहीं मिलने से मायूस किसान उसे खुले में सडक़ों पर बिखेर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के प्रमुख टमाटर उत्पादक जिला जशपुर में टमाटर की कीमतों का विरोध जताते हुए किसानों ने इसे सडक़ों पर बिखेर दिया और उस पर ट्रैक्टर भी चला दिया। जशपुर जिले के पत्थलगांव और फरसाबहार क्षेत्र में टमाटर की ऐसी हालत देखकर पूरा प्रदेश स्तब्ध है। बताया जाता है कि व्यापारियों ने किसानों से 25 से 50 पैसे प्रति किलो की दर पर टमाटर देने की मांग की। इसके विरोध में किसानों ने इसे सडक़ों पर बिखेर दिया।

जशपुर की कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने स्थानीय निकायों को निर्देशित किया है कि वे फिलहाल टमाटर उत्पादक किसानों से स्थानीय कर और शुल्क न लें। उनका कहना है कि टमाटर का उत्पादन ज्यादा होने के कारण कीमत और मांग में कमी आई है।

वहीं राजधानी रायपुर में टमाटर 3 से 5 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है। बताया जा रहा है कि चिल्हर बाजार में टमाटर की ऐसी कीमतें भरपूर पैदावार के चलते हुई है। वहीं थोक में यह 75 पैसे से एक रूपए तक कीमत पर मिल रही है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि मांग के मुकाबले आपूर्ति ज्यादा होने से ऐसी नौबत आई है, जब दिसंबर में ही टमाटर कौडय़िों के मोल बिक रहा है।

रायपुर थोक सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि टमाटर के साथ ही स्थानीय सब्जियों की आवक भी काफी अच्छी है। इसके चलते कीमतें कम होती जा रही हैं। वहीं 30 रुपये किलो बिकने वाला आलू भी आधी कीमत पर आ गया है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पिछले हफ्ते ही सब्जियों की कीमतें आसमान पर थीं। टमाटर पिछले हफ्ते ही 20 रुपये किलो पर बिक रहा था। लेकिन अचानक बम्पर आवक से आज यह रसातल में जा पहुंचा है।

हर वर्ष दिसंबर के अंत और जनवरी के महीने में टमाटर सस्ता हो जाता है, लेकिन दिसंबर की शुरुआत में टमाटर की ऐसी हालत वर्षों बाद हुई है। स्थानीय व्यापारियों की मानें तो इस माह भरपूर आवक से सभी सब्जियों की कीमत कम ही रहेगी।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

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श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

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