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राष्ट्रपति से गुहार लगाएंगे जाट, दिल्ली को झेलना पड़ सकता है असहयोग आंदोलन

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चंडीगढ़। हरियाणा के जाट आंदोलनकारी गुरुवार से दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। विभिन्न जिलों में धरनास्थलों ने काफी संख्या में जाट आंदोलनकारी सुबह ही दिल्ली के लिए रवाना हुए। जाट दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को अपनी मांगों के बारे में ज्ञापन देंगे।

उल्लेखनीय है कि हरियाणा में अपनी मांगों व शिकायतों पर अधिकारियों के रुख से नाराज जाट प्रदर्शनकारियों ने होली (13 फरवरी) के बाद असहयोग आंदोलन तथा दो मार्च (गुरुवार) से आंदोलन को दिल्ली ले जाने की घोषणा की थी। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक ने कहा कि बीते 29 जनवरी से आंदोलन कर रहे जाट नेता अपने विरोध-प्रदर्शन को नई दिल्ली ले जाएंगे।

असहयोग आंदोलन के तहत जाट समुदाय के लोगों से बिजली तथा पानी के बिल का भुगतान न करने तथा राष्ट्रीय राजधानी को दूध तथा अन्य जरूरी चीजें जैसे सब्जियां आदि की आपूर्ति बंद करने को कहा गया है।

इस बीच, हरियाणा विधानसभा में जाट आंदोलन पर चर्चा की गई।

विधानसभा में बजट सत्र के दौरान स्थगन प्रस्ताव पेश करने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा में जाटों को सरकारी नौकरियों तथा सरकारी संस्थानों में आरक्षण पर राजनीति करने का प्रयास कर रही हैं।

चौटाला ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार जाट समुदाय की मांगों को पूरा करने में विफल रही है, जबकि उसने पिछले साल इस पर सहमति जताई थी। आरक्षण के अलावा जाट पिछले साल जाट आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी, घायलों को मुआवजा, उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने तथा जाटों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

फरवरी 2016 में जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में 30 लोग मारे गए थे, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस दौरान हजारों करोड़ रुपये की सरकारी व निजी संपत्ति की क्षति हुई थी।

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नेशनल

मोदी 3.0: यूपी के इन चेहरों को मिल सकता है मंत्रिपद

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नई दिल्ली। मोदी 3.0 का आज शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण होगा। एनडीए सरकार में उत्तर प्रदेश से भी मंत्री बनाए जाएंगे। इसमें भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दलों के नेता भी शामिल हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के जिन नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है उनमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मोदी 2.0 सरकार में रक्षा मंत्री रहे राजनाथ सिंह को जगह मिलना तय है। इनके अलावा अपना दल सोनेलाल की नेता और मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसके साथ ही इंडिया गठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल हुए राष्ट्रीय लोकदल के नेता और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी को भी मंत्री बनाया जा सकता है।

यूपी योगी सरकार में मंत्री और नवनिर्वाचित पीलीभीत से सांसद जितिन प्रसाद को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। मंत्रिमंडल में युवा और नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है। दलित चेहरों में यूपी सरकार में मंत्री रहे अनूप वाल्मिकी और जयप्रकाश रावत के साथ ही शाहजहांपुर के सांसद अरुण कुमार सागर का नाम भी चर्चा में है।

वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड से सांसद अजय टमटा को भी मंत्री बनाए जाने की बात सामने आई है।वह भी दिल्ली पहुंच गए हैं। यूपी के नेताओं में कुछ और भी नाम शामिल हो सकते हैं जिन्हें मोदी कैबिनट में शामिल किया जा सकता है। बता दें कि 4 जून को आए लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को 33 और उसके सहयोगी दलों को 3 सीटें मिली है।यानी यूपी में एनडीए को कुल 36 सीटें मिली है। इनमें एक सीट अपना दल तो दो सीट राष्ट्रीय लोकदल की शामिल हैं।

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