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अन्तर्राष्ट्रीय

दक्षिण कोरिया : पार्क का आरोपों से इनकार

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सियोल, 23 मई (आईएएनएस)| दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे ने मंगलवार को अपने खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के दौरान खुद को निर्दोष बताया। बीबीसी की रपट के मुताबिक, पद का दुरुपयोग करने, आधिकारिक दस्तावेज लीक करने, रिश्वत लेने सहित भ्रष्टाचार के 18 मामलों में आरोपी बनाई गईं पार्क ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को गलत बताया है।

पार्क इस साल मार्च में गिरफ्तार होने के बाद से पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आई हैं। सियोल जिला अदालत में वह हथकड़ी पहने और कैदी संख्या 503 का बैज लगाए पहुंचीं।

पार्क और उनकी सहयोगी चोई सून-सिल पर राजनीतिक लाभ पहुंचाने के एवज में सैमसंग सहित दक्षिण कोरिया की बड़ी कंपनियों से करीब पांच करोड़ डॉलर रिश्वत लेने का आरोप है।

पार्क से निकटता के लिए ‘कोरियाई रासपुतिन’ कहलाने वाली चोई सुनवाई के दौरान पूर्व राष्ट्रपति के बगल में बैठी थीं और उन्होंने भी अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार कर दिया।

पार्क पर देश की सुरक्षा से जुड़ी खुफिया जानकारी लीक करने का भी आरोप है। उन्होंने चोई को इस बारे में जानकारी दी और अपने भाषणों को संपादित भी करने दिया।

मुकदमा शुरू होने पर पूर्व राष्ट्रपति के वकीलों ने कहा, राष्ट्रपति के पास ऐसा कोई कारण नहीं था, जिसके लिए वह कंपनियों को चंदा देने के लिए मजबूर करें, जबकि वह इसका इस्तेमाल खुद के लिए करने में सक्षम हो।

मुकदमे की सुनवाई शुरू होने पर न्यायाधीश किम से-युन ने जब पार्क से उनके व्यवसाय के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, मेरा कोई व्यवसाय नहीं है।

पार्क के प्रमुख वकील यू येओंग-हा ने अभियोजकों द्वार सबूत के रूप महज प्रेस आलेखों को पेश किए जाने को लेकर देर तक बहस की और प्रमाण के रूप में इसकी स्वीकार्यता पर सवाल उठाए।

पार्क अगर रिश्वत के आरोप में दोषी करार दी जाती हैं तो उन्हें कम से कम 10 साल की जेल हो सकती है।

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के उपाध्यक्ष ली जाए-योंग पहले ही इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।

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अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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