Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

दक्षिणी अमेरिका में बाढ़ से अब तक 23 मरे

Published

on

south america flood

Loading

वाशिंगटन। अमेरिका के दक्षिणी राज्यों टेक्सास और ओकलाहोमा में तूफान और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में बचाव दल द्वारा शव बरामद करने का सिलसिला जारी है। इस बाढ़ में अभी तक कुल 23 लोगों की मौत हो चुकी है। ह्यूस्टन शहर में बुधवार को एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यहां पर बाढ़ के कारण छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लापता है।

वेदर चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्सास के अन्य इलाकों में 10 लोगों की मौत हुई है। सप्ताहांत में तूफान और बवंडर के कारण आई बाढ़ में यह इलाका सबसे अधिक डूबा है। बचाव दलों ने बुधवार को मध्य टेक्सास के इलाके से लापता एक व्यक्ति को बचाया। यह व्यक्ति शनिवार से लापता था। साथ ही बचाव दल दर्जनों अन्य लापता लोगों की भी तलाश में लगे हुए हैं। पड़ोसी राज्य ओकलाहोमा में अधिकारियों ने सात लोगों की मौत की पुष्टि की है। मृतकों में एक दमकलकर्मी भी शामिल हैं, जिसकी मौत क्लेयरमोर में अन्य लोगों को बचाते समय हो गई।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending