खेल-कूद
‘दंगल’ के लिए गीता फोगट ने दी साक्षी मलिक को चुनौती
नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेल-2010 में देश को स्वर्ण पदक दिलाने वाली भारतीय महिला पहलवान गीता फोगट का कहना है कि प्रो रेसलिंग लीग (पीबीडब्ल्यूएल) के आगामी संस्करण में उनके सामने चाहे जो भी हो, वह उसके खिलाफ पूरी तैयारी के साथ उतरेंगी। गीता ने कहा कि वही किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं लेंगी।
पीडब्ल्यूएल के दूसरे संस्करण में गीता और उनकी बहन बबीता उत्तर प्रदेश दंगल की टीम का प्रतिनिधित्व करती नजर आएंगी। इसी साल रियो ओलम्पिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक भी पीडब्ल्यूएल के दूसरे संस्करण में चुनौती पेश करेंगी। साक्षी दिल्ली सुल्तान टीम की कप्तान हैं और एक ही भारवर्ग में गीता और साक्षी आमने-सामने होंगी।
गीता से जब साक्षी के खिलाफ मुकाबले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कभी भी अपनी विपक्षी को कमजोर नहीं समझती हीं। उत्तर प्रदेश दंगल टीम के लोगो के अनावरण पर आईं गीता ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, “मेरे सामने जो भी विपक्षी होता है मैं उसको कमजोर नहीं समझती, चाहे वह साक्षी हों या कोई और। विपक्षी तो विपक्षी होता है हम किसी को कम नहीं आंक सकते, क्योंकि वो मैट है, वहां बड़े से बड़ा पहलवान हार जाता है। यह दांव का खेल होता है, कुछ सेकेंड का खेल होता है।”
गौरतलब है कि गीता के परिवार पर केंद्रित फिल्म ‘दंगल’ इन दिनों सिनेमघरों पर छाई हुई है और बेहद सफल चल रही है। इस फिल्म में बॉलीवुड स्टार आमिर खान ने गीता के पिता की भूमिका अदा की है। गीता और बबीता फिल्म के प्रमोशन को लेकर इन दिनों बेहद व्यस्त चल रही हैं और इसी वजह से वे दो बार की जगह दिन में एक बार ही अभ्यास कर पा रही हैं।
गीता ने कहा, “हमारी तैयारी पर थोड़ा बहुत प्रभाव पड़ा है, क्योंकि जब से फिल्म आई है तब से हम व्यस्त चल रहे हैं। लेकिन दिन में एक अभ्यास जरूर कर रहे हैं, चाहे तो सुबह हम अभ्यास करके निकलते हैं या सुबह नहीं कर पाते तो रात में पहुंच कर अभ्यास करते हैं। हमें लीग में अच्छा प्रदर्शन करना है।”
गीता और बबीता ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने के लिए कठिन मेहनत की है जिसकी झलक फिल्म में देखने को भी मिली है। लेकिन गीता अपने बचपन को दोबारा नहीं जीना चाहतीं।
गीता ने हंसते हुए कहा, “फिल्म से हमें बीता हुआ समय जीने का मौका मिला लेकिन हम वह समय दोबारा नहीं चाहते। हमारी बेहद कड़ी ट्रेनिग हुई है। बच्चों पर जुल्म, हमें ऐसा लगता है कि हम पर हुआ है। बचपन छिन गया हमारा। लेकिन अब मजा आ रहा है। लोगों का इतना प्यार मिल रहा है, लेकिन वो बचपन अच्छा नहीं लगा।”
बबीता ने भी गीता की हां में हां मिलाई और कहा, “बिल्कुल ऐसा ही लगता था। उस समय तो लगता था कि पापा क्या करवा रहे हैं। इतनी मेहनत करवा रहे हैं। हम बच्चे हैं थोड़ी दया करनी चाहिए। लेकिन अब नहीं लगता क्योंकि अब महसूस होता है कि पापा ने जो किया वो अच्छा किया।”
पीडब्ल्यूएल के आगामी संस्करण में विश्व कुश्ती जगत के कई बड़े खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। बबीता से जब पूछा गया कि उन्हें सबसे कड़ी चुनौती किस टीम से मिल सकती है तो उन्होंने कहा कि सभी टीमें मजबूूत हैं।
बबीता ने कहा, “हमारे सामने सारी टीमें टक्कर वाली हैं। हम किसी को कम नहीं आंक सकते। इस लीग में अच्छा मुकाबला होने वाला है।”
पीडब्ल्यूएल के सारे मैच दिल्ली में होने हैं। बबीता से जब पूछा गया कि क्या उन्हें इसका नुकसान हो सकता है और दिल्ली की टीम को फायदा? बबीता ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह सब दिमाग में होता है।
बकौल बबीता, “हर किसी के अपने-अपने फायदे हैं। घर में खेलना आपके पक्ष में भी हो सकता है, नहीं भी। यह सब आपके दिमाग पर होता है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे किस तरह से लेते हो। क्योंकि जब भारत के ही खिलाड़ी आमने-सामने होंगे तो तालियां दोनों तरफ से बजेंगी।”
खेल-कूद
NADA ने रेसलर बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए किया निलंबित, ये है वजह
नई दिल्ली। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने पहलवान बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से बजरंग के पेरिस ओलंपिक में खेलने के सपने पर संकट के बादल छाए हैं। जानकारी के अनुसार बजरंग पुनिया 10 मार्च को सोनीपत में हुए चयन ट्रायल के लिए अपना सैंपल देने में विफल रहे, जिसके बाद नाडा ने उन्हें भविष्य के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से निलंबित करने का आदेश जारी किया।
भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालों में पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक और विनेश सहित अन्य शीर्ष पहलवानों की कतार में सबसे आगे थे। निलंबन के बाद टोक्यो ओलंपिक में देश को कांस्य पदक दिलाने वाले पुनिया को इस महीने के अंत में होने वाले चयन ट्रायल में भाग लेने से रोक दिए जाने की संभावना है। 65 किग्रा वर्ग में अभी तक किसी भी भारतीय ने ओलंपिक कोटा नहीं जीता है।
निलंबन पत्र वर्ल्ड यूनाइटेड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की भंग हो चुकी तदर्थ समिति को भेजा गया था। वहीं, बजरंग ने कुछ महीने पहले एक वीडियो जारी कर डोप कलेक्शन किट के एक्पायर होने का आरोप लगाया था। उन्होंने डोप नियंत्रण अधिकारी के निर्देश की अवहेलना की और दावा किया कि नाडा अधिकारियों ने अभी तक उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया है।
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