अन्तर्राष्ट्रीय
तूफान इरमा ने फ्लोरिडा तट को पार किया
मियामी, 11 सितंबर (आईएएनएस)| इरमा तूफान के कारण चल रहीं शक्तिशाली हवाओं से फ्लोरिडा पस्त है, जबकि खतरनाक तूफानी लहरों ने अमेरिकी राज्यभर में भारी बाढ़ की आशंकाओं को बढ़ा दिया है। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, विनाशकारी तूफान के कारण 56 लाख लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। इरमा रविवार को फ्लोरिडा के दो स्थानों पर पहुंचा था।
इरमा ने सुबह 9.10 बजे फ्लोरिडा के तटों पर दस्तक दी। यहां 130 मील प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार तीव्र हवाएं चलने के मद्देनजर चौथी श्रेणी की चेतावनी जारी की गई थी।
फ्लोरिडा के तटों के बाद इरमा ने मार्को द्वीप के पास दस्तक दी। इसके बाद शाम करीब पांच बजे तूफान फोर्ट म्येर पहुंचा और उत्तर में निचले इलाकों की ओर मुड़ गया।
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लोरिडा के अधिकारियों ने रविवार रात बताया कि उन्होंने फ्लोरिडा की 67 काउंटी में 64 में आश्रय केंद्रों को खोला गया है। राज्यभर के 573 आश्रय केंद्रों में 1,55,000 लोगों ने शरण ले रखी है।
तूफान का प्रभाव व्यापक रहा है। यहां तक कि उन इलाकों में भी इरमा के कारण बाढ़ और बिजली लाइनों के टूटने की स्थिति है, जहां इरमा का प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं रहा।
नेशनल हरिकेन सेंटर ने कहा, फ्लोरिडा के दक्षिण-पश्चिमी तट पर विनाशकारी तूफानी बाढ़ का खतरा सबसे ज्यादा है, जहां जमीन से ऊपर 10 से 15 फुट ऊंची लहरों के उठने की आशंका है।
केंद्र ने कहा, यह जीवन के लिए खतरे वाली स्थिति है।
अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’
नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।
रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”
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