अन्तर्राष्ट्रीय
टाइम पत्रिका ने खोली ट्रंप के झूठ की पोल
वाशिंगटन, 26 नवंबर (आईएएनएस)| ‘टाइम’ पत्रिका ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस झूठ का पर्दाफाश कर दिया, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि वह इस साल के ‘पर्सन ऑफ द’ ईयर चुने जाते लेकिन उन्होंने पत्रिका को साक्षात्कार देने से मना कर इस ऑफर को ठुकरा दिया।
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, टाइम पत्रिका ने मुझे बताया था कि मैं संभावित रूप से पिछली बार की तरह इस बार भी पर्सन ऑफ द ईयर चुना जा सकता हूं लेकिन इसके लिए मुझे उन्हें साक्षात्कार और विस्तृत फोटोशूट देना पड़ता, जिसे मैंने सही नहीं समझा और इस ऑफर को ठुकरा दिया।
ट्रंप के ट्वीट के कुछ घंटों बाद पत्रिका ने प्रतिक्रियास्वरूप ट्वीट कर कहा, राष्ट्रपति ने पत्रिका द्वारा पर्सन ऑफ ईयर का चुनाव करने के तरीकों के बारे में गलत समझा है। टाइम पत्रिका के प्रकाशन तक इस पर कोई बयान नहीं देता। इस बार का प्रकाशन छह दिसंबर को होने जा रहा है।
टाइम पत्रिका ने दिसंबर 2016 में ट्रंप को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना गया था।
अन्तर्राष्ट्रीय
कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित
नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।
एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।
कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।
-
नेशनल3 days ago
कंधमाल से पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना- इस बार ये लोग 50 सीटों से नीचे सिमटने वाले हैं
-
नेशनल3 days ago
सीएम केजरीवाल ने पत्नी संग कनॉट प्लेस हनुमान मंदिर में की पूजा, भगवंत मान भी रहे मौजूद
-
नेशनल3 days ago
केजरीवाल का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चुनाव जीते तो पहले योगी जी को निपटाएंगे, फिर अमित शाह को पीएम बनाएंगे
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर