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जहां देवी को भोग लगते हैं समोसा, कचौरी और भजिया

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दतिया, 29 सितंबर (आईएएनएस)| आमतौर पर मंदिरों, देवालयों में मिठाई का प्रसाद चढ़ाया जाता है, मगर मध्यप्रदेश के दतिया में एक देवी का ऐसा मंदिर है, जहां नमकीन अर्थात कचौरी, समोसे और भजिया का प्रसाद चढ़ाया जाता है।

दतिया की पीतांबरा पीठ दर्शन करने देशभर के लोग पहुंचते हैं, यहीं पर है धूमावती माता का मंदिर। यह ऐसा मंदिर है, जिसके दर्शन सुहागिनों के लिए प्रतिबंधित हैं, कहा जाता है कि धूमावती विधवाओं की देवी हैं। खास बात यह कि इस पीठ के ट्रस्ट की प्रमुख राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।

मान्यता है कि यह तांत्रिक देवी हैं और सम्मोहन, उच्चाटन (दूरी बढ़ाना) और विजय-पराजय को पाने के लिए श्रद्धालु यहां आकर विशेष अनुष्ठान कराते हैं। लगातार पांच शनिवार यहां दर्शन करने का विशेष महत्व है और ऐसा करने पर मनोकामना पूरी होने की बात कही जाती है।

इलाहाबाद के वीरेंद्र यादव बताते हैं कि यह ऐसी पीठ है, जहां तमाम राजनेता से लेकर अधिकारी तक अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए विशेष अनुष्ठान कराते हैं। उनका तो दावा है कि जब भारत-चीन का 1962 में युद्ध चल रहा था, तब मंदिर के स्वामी महाराज ने राष्ट्र रक्षा अनुष्ठान करने का निर्णय लिया। इसके चलते माता धूमावती स्वयं भारत की सेना के पक्ष में खड़ी हो गईं और युद्ध में भारत की विजय हुई। आज भी वह यज्ञशाला है, जहां राष्ट्र रक्षा अनुष्ठान हुआ था।

मंदिर और देवी के भक्त संजय सिंह बताते हैं कि पीतांबर पीठ की पूरे देश में ख्याति है, यहां इंदिरा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, वर्तमान राष्टपति रामनाथ कोविंद जैसी विभूतियां दर्शन करने को आ चुकी हैं।

यहां शनिवार को धूमावती माता के दर्शनों का विशेष महत्व है, वैसे तो नियमित रूप से सुबह आठ से सवा आठ के मध्य मंदिर खुलता है, मगर शनिवार को सुबह साढ़े सात से नौ और शाम को साढ़े पांच से साढ़े आठ बजे के बीच खुला रहता है। इस दिन यहां भारी भीड़ रहती है।

धूमावती माता की प्रतिमा मनमोहक न होकर भय पैदा करने वाली है। प्रतिमा श्याम वर्ण है, सफेद साड़ी और उनका वाहन कौवा है। बाल पूरी तरह खुले हुए हैं। वे तामसी स्वभाव की मानी गई हैं, इसीलिए उन्हें तामसी प्रसाद अर्थात नमकीन, समोसा, कचौरी, भजिया आदि प्रसाद में चढ़ाए जाते हैं।

इस पीठ के तांत्रिक होने का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि यहां नवरात्र के समय तमाम बड़े राजनेताओं का न केवल दर्शन करने आना होता है, बल्कि वे अपनी सफलता और विरोधी को कमजोर करने के लिए विशेष अनुष्ठान भी कराते हैं। कई नेता और अफसर तो ऐसे हैं, जो नवरात्र के पूरे नौ दिन यहां रहकर पूजा-अर्चना करते हैं।

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दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत

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नई दिल्ली| दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार रात एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से अस्पताल में आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार दमकल विभाग को रात 11:32 पर आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद मौके पर दमकल विभाग की 9 गाड़ियां भेजी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने 12 बच्चों को रेस्क्यू किया, जिनमें से 7 की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चे अस्पताल में एडमिट है। ईस्ट दिल्ली एडवांस्ड केयर हॉस्पिटल में बच्चों को एडमिट किया गया है दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिलते ही कुल नौ दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवजात शिशुओं की मौत पर स्वास्थ्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जो भी व्यक्ति दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सहानुभूति के सारे शब्द कम हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हादसे में, जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, हम उनके साथ खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज चल रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।

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