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जन्मदिन नहीं मनाएंगे रजनीकांत

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चेन्नई। मेगास्टार रजनीकांत 12 दिसंबर को 64 साल के हो जाएंगे, लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों से उनके जन्मदिन पर जश्न न मनाने का आग्रह किया है। तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण हुई क्षति से प्रभावित अभिनेता ने ऐसा किया है।

दक्षिण भारत में लोग रजनीकांत को भगवान की तरह पूजते हैं और हर साल उनके जन्मदिन को एक अनुष्ठान की तरह मनाया जाता है। रजनीकांत के एक करीबी सूत्र ने बताया, “भारी बारिश से प्रभावित तमिलनाडु सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है और रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से एक होकर बारिश से प्रभावित लोगों की मदद करने का आग्रह किया।”

सूत्र के अनुसार, 63 वर्षीय अभिनेता का मानना है कि राज्य के लोगों को मदद देना उनके जन्मदिन मनाने से अधिक महत्वपूर्ण है। ऐसा ज्ञात हुआ है कि रजनीकांत के जन्मदिन पर ‘एंथीरान2’ से संबंधित होने वाले आधिकारिक घोषणा को भी स्थगित कर दिया गया है। रजनीकांत वर्तमान में अपनी आगामी तमिल फिल्म ‘कबाली’ की शूटिंग में व्यस्त हैं और इस फिल्म में उन्हें एक गैंगस्टर का किरदार निभाते देखा जाएगा।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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