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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन-मलेशिया का पहला संयुक्त सैन्याभ्यास शुरू

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सेलांगर। चीन और मलेशिया के सशस्त्रबलों ने शुक्रवार को यहां अपने पहले संयुक्त सैन्याभ्यास की शुरुआत की।

इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच चौतरफा रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है। इस सैन्याभ्यास को ‘पीस एंड फ्रेंडशिप 2015’ नाम दिया गया है। इस सैन्याभ्यास का संचालन मलक्का स्ट्रेटस और इसके आसपास के समुद्री इलाकों में किया जाएगा। इसके तहत संयुक्त रक्षा, संयुक्त खोज एवं बचाव, अगवा किए गए जहाजों के बचाव, हथियारों के इस्तेमाल, मानवीय बचाव एवं आपदा राहत जैसी गतिविधियां की जाएंगी।

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल स्टाफ के उपप्रमुख यी जिआगुआंग ने इस सैन्याभ्यास के उद्घाटन समारोह के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन के सशस्त्रबल मलेशिया सहित दक्षिण चीन सागर के इर्द-गिर्द के देशों के साथ बचाव एवं सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस सैन्याभ्यास का उद्देश्य चीन-मलेशिया के बीच चौतरफा रणनीतिक साझेदारी बढ़ाना, द्विपक्षीय आदान-प्रदान को उन्नत करना, गैर-परंपरागत सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए दोनों पक्षों की क्षमताओं में सुधार करना और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस संयुक्त सैन्याभ्यास का आयोजन किसी तीसरे देश को निशाना बनाकर नहीं किया जा रहा है और यह किसी क्षेत्रीय परिस्थिति से संबंधित भी नहीं है।

अन्तर्राष्ट्रीय

इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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