मनोरंजन
चिंता की बात है बसीरहाट हिंसा : अमर्त्य सेन
कोलकाता, 10 जुलाई (आईएएनएस)| नोबल पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के बसीरहाट प्रखंड में भड़की सांप्रदायिक हिंसा चिंता की बात है। सेन ने यहां एक समाचार चैनल से कहा, यह सब क्यों हो रहा है? क्या यह इसलिए हो रहा है, क्योंकि कोई इसे भड़का रहा है? यह चिंता की बात है।
सेन यहां फिल्म निर्देशक सुमन घोष द्वारा अपने जीवन पर निर्मित वित्तचित्र की स्क्रीनिंग के मौके पर आए हुए थे।
बसीरहाट के बादुरिया में तीन जुलाई को एक फेसबुक पोस्ट को लेकर दो संप्रदायों में हिंसा भड़क उठी।
फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्ति को तो जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन भड़की भीड़ ने इस बीच इलाके में जमकर उपद्रव किया और दुकानों तथा घरों में तोड़फोड़ की, पुलिस वाहन सहित गाड़ियों को आग लगा दी और सड़क जाम कर दिया।
बसीरहाट प्रखंड के कई इलाकों में फैली व्यापक हिंसा में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
प्रादेशिक
13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा
मुंबई। एक्ट्रेस लैला खान और उसके पूरे परिवार के हत्यारे सौतेले पिता को मुंबई की सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में परवेज टाक को लैला, उनकी मां और चार भाई-बहन की हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी ठहराया था। यह मामला 13 वर्ष पुराना है। सौतेले पिता ने लैला, उसकी मां व चार भाई-बहनों की हत्या की थी, इसके बाद शवों को फार्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।
बता दें कि बीते सप्ताह सरकारी वकील पंकज चव्हाण ने दोषी परवेज टाक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उनका कहना था कि इस हत्या को पूरी तरह से प्लान करके किया गया था, जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया और शवों को ठिकाने लगा दिया गया।
लैला खान हत्याकांड में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान आरोपी के वकील वहाब खान ने दलील पेश की, जिसमें उन्होंने कम से कम आजीवन कारावास की सजा की मांग की। वकील ने कहा कि कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और शव उनके कहने पर बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि दोषी के वकील ने जेल में टाक के अच्छे व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसमें सुधार हुआ है और इसलिए उन्होंने इसे भी सजा को कम करने का आधार बताया है। हालांकि कोर्ट ने उनकी एक न सुनी और परवेज टाक को फांसी की सजा सुना दी।
बता दें कि परवेज टाक, लैला का सौतेला पिता है। परवेज ने लैला की मां संग तीसरी शादी की थे। साल 2011 में फरवरी में लैला खान, उनकी मां और चार भाई-बहनों की महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो कहा गया कि संपत्तियों पर बहस के बाद परवेज ने इस घटना को अंजाम दिया था।
-
मुख्य समाचार20 hours ago
गर्मियों में बिना नींबू के बनाएं ये 5 रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स, होती हैं बेहद टेस्टी
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत
-
खेल-कूद3 days ago
IPL 2024: खिताबी मुकाबले में आज भिड़ेंगे कोलकाता और हैदराबाद
-
नेशनल1 day ago
किसी ने मौत का सौदागर कहा तो किसी ने गन्दी नाली का कीड़ा, न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बोले पीएम मोदी
-
नेशनल23 hours ago
राजकोट गेम जोन अग्निकांड : फरार चल रहा चौथा आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार, पुलिस ने 7 लोगों पर दर्ज किया है केस
-
प्रादेशिक1 day ago
नारद राय ने सपा छोड़ने का किया एलान, बीजेपी में होंगे शामिल
-
नेशनल1 day ago
22 साल पुराने हत्या के मामले में गुरमीत राम रहीम हाईकोर्ट से बरी, जेल से नहीं होगी रिहाई
-
उत्तर प्रदेश24 hours ago
सपा विधायक हाजी रफीक अंसारी गिरफ्तार, कई दिनों से चल रहे थे अंडरग्राउंड, इस मामले में हुआ एक्शन