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घुसपैठियों को समर्थन देने के लिए पाकिस्तानी सेना को लताड़ा

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नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. भट्ट ने सोमवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष से कहा कि पाकिस्तान सेना द्वारा घुसपैठियों को प्रदान किया जाने वाला सर्मथन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर अपनी जवाबी कार्रवाई जारी रखेगी। पाकिस्तान की तरफ से अनुरोध के बाद लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. भट्ट ने सोमवार को अपरान्ह 2 बजे अनिर्धारित हॉटलाइन बातचीत के दौरान यह बात कही।

पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने आरोप लगाया था कि भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर ‘बिना किसी उकसावे के गोलीबारी’ का सहारा लिया है।

लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने उन्हें बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकियों को सीमा पार कराने में की जा रही सहायता नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की इस भारी गोलीबारी का मुख्य कारण है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान सेना वहां रहने वाले नागरिकों को जानकारी इकठ्ठा करने और आतंकियों की मदद करने के लिए पास की चौकियों पर भेज रही है।

लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर घुसपैठ कराने और सशस्त्र आतंकवादियों को हथियारों के साथ भारतीय सेना की चौकियों को निशाने बनाने के लिए दिए जा रहे ‘अटूट समर्थन’ के जवाब में भारतीय सैनिकों ने जवाबी गोलीबारी की है।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखेगी। आतंकियों को नियंत्रण रेखा पार कराने में पाकिस्तानी सेना का सहयोग दिया जाना, इस अतिरिक्त क्षति का मुख्य कारण है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना का आतंकियों को दिया जाने वाला सर्मथन अस्वीकार्य है।

भारतीय डीजीएमओ ने कहा, भारतीय सेना सभी जवाबी उपायों को जारी रखेगी। साथ ही भविष्य में पाकिस्तान की तरफ से इस तरह के भड़काऊ कृत्यों का आक्रामकता से जवाब देने का अधिकार भी बरकरार रखेगी।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ‘पेशेवर रवैये के सर्वोच्च मानकों’ का पालन करती है और नागरिकों को अपना निशाना नहीं बनाती है। जबकि, पाकिस्तान सेना ने चौकियों पर नागरिकों को तैनात किया है और चौकियों के आस पास लोगों को स्थायी रूप से रहने की अनुमति प्रदान की है।

उन्होंने पाकिस्तान डीजीएमओ से कहा, इन नागरिकों का उपयोग बार-बार हमारे स्थानों पर जानकारी हासिल करने और आतंकवादियों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है।

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पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जताया दुःख, दार्जिलिंग रवाना

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुःख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, NFR जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

बता दें कि इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में ट्रेन के लोको पायलट भी शामिल हैं। मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे का कहना है कि लगभग 25 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें पास के अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। हम बचाव अभियान को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कंचनजंगा को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी है। हमें 8 लोगों की मौत की जानकारी मिली है।

पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना पर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि अभी इसके कारण के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी लेकिन आधुनिक समय में इसकी जांच और गहन सुधार की आवश्यकता है। मैं अनुमान लगा रहा हूं कि संभवतः यह इंजन ‘कवच’ (एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली) नहीं थी। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि सरकार सुधारात्मक कार्रवाई करेगी।

 

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