Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

घने कोहरे की चपेट में नॉर्थ इंडिया, 100 से ज्यादा ट्रेनें लेट, 13 फ्लाइट्स पर भी असर

Published

on

Loading

Heavy-fog in north indiaनई दिल्ली। पूरा उत्तर भारत गुरुवार को घने कोहरे की चपेट में रहा। पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घने कोहरे के चलते रेल और एयर ट्रैफिक पर बुरा असर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार कम से कम दो और दिन स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।

राजधानी दिल्ली में घने कोहरे की वजह से गुरुवार सुबह 100 से अधिक ट्रेनें निर्धारित समय से अधिक देरी से चल रही हैं। उत्तरी रेलवे अधिकारी ने बताया, घने कोहरे की वजह से 100 ट्रेनें निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। अधिकारी ने बताया कि 14005 लिछवी एक्सप्रेस अपने तय समय से 31 घंटे देरी से चल रही है जबकि 12303 पूर्वा एक्सप्रेस 27 घंटे देरी से चल रही है।

अधिकारियों के मुताबिक, सुबह 8.30 बजे 15 से 20 ट्रेनें 10 से अधिक घंटे की देरी से चल रही हैं जबकि 80 से अधिक ट्रेनें दो से पांच से अधिक समय की देरी से चल रही हैं। घने कोहरे की वजह से 12501 पूर्वोत्तर एक्सप्रेस और 15602 नई दिल्ली-सिल्चर एक्सप्रेस रद्द हो गई हैं। घने कोहरे के चलते इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से ऑपरेट होने वाली फ्लाइट्स पर भी असर पड़ा है। 6 से ज्यादा इंटरनेशनल और 7 घरेलू फ्लाइट्स लेट हुईं और 1 घरेलू फ्लाइट को कैंसल करना पड़ा।

दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि मौसम का सामान्य तापमान है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, तडक़े 5.30 बजे दृश्यता 400 मीटर थी, जो सुबह 8.30 बजे कम होकर 100 मीटर हो गई।

पंजाब, हरियाणा में भी छाया घना कोहरा छाया
हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में भी गुरुवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिसके कारण दोनों राज्यों में जनजीवन प्रभावित हुआ। दोनों राज्यों में कई स्थानों पर दृश्यता घटकर 50 मीटर से भी कम रह गई थी और ज्यादातर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रही। कुछ जगहों पर यह 5.5 डिग्री से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

घने कोहरे के कारण सडक़, रेल और हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुईं। हरियाणा के अंबाला और करनाल और पंजाब के अमृतसर और पटियाला में दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब की 553 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर करीब शून्य दृश्यता के साथ घना कोहरा छाया रहा।

अमृतसर से दिल्ली को जोडऩे वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 1 भी कोहरे के कारण प्रभावित हुआ। अंबाला और हरियाणा तथा दिल्ली की कुंडली सीमा के बीच एनएच 1 पर कई इलाकों में घना कोहरा छाए होने की सूचना है।

गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, हिसार, भिवानी, सोनीपत, पानीपत, करनाल और रोहतक जिलों समेत हरियाणा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाए होने की सूचना है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और कुछ अन्य स्थानों पर आने और जाने वाली कुछ रेलगाडय़िां भी कोहरे के कारण देरी से चल रही हैं। पंजाब में अमृतसर, लुधियाना, भटिंडा, संगरूर, कपूरथला और जालंधर जिलों में कोहरा छाए होने की सूचना है।

Continue Reading

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending