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ग्वालियर : सेना भर्ती से लौट रहे युवकों ने शताब्दी पर पथराव किया

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Shatabdi expressग्वालियर। मध्य प्रदेश के सागर में आयोजित सेना भर्ती रैली में हिस्सा लेकर लौट रहे युवकों ने मंगलवार रात को ग्वालियर के नजदीक सिथौली स्टेशन पर हंगामा किया और शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव किया। पथराव में शताब्दी एक्सप्रेस (हबीबगंज-नई दिल्ली) के दो डिब्बों के कांच फूट गए।

पुलिस के अनुसार, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के युवक सागर में आयोजित सेना भर्ती रैली में हिस्सा लेकर जबलपुर-अटारी गाड़ी से लौट रहे थे। गाड़ी को सिथौली स्टेशन पर पीछे से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस को निकालने के लिए रोका गया। इस पर युवकों ने स्टेशन पर हंगामा किया और गाड़ी के ड्राइवर पर गाड़ी चलाने का दबाव डाला। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने वहां से गुजर रही शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव कर दिया।

राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के थाना प्रभारी सी. एस. परिहार ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि युवकों द्वारा किए गए पथराव के कारण शताब्दी एक्सप्रेस के सी-सात और सी-10 डिब्बों के कांच टूट गए। पथराव से किसी यात्री को चोट नहीं आई। पथराव करने के आरोप में 12 युवकों को हिरासत में लिया गया है।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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