अन्तर्राष्ट्रीय
ग्रीस में अब तक 5 लाख से ज्यादा शरणार्थी पहुंचे : यूएनएचसीआर
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र शरणाार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने मंगलवार को कहा कि इस साल समुद्री मार्ग से होकर ग्रीस पहुंचने वाले शरणार्थियों एवं प्रवासियों की संख्या पांच लाख से ऊपर पहुंच गई है। सोमवार को भी 8,000 शरणार्थी यहां पहुंचे हैं।
यूएनएचसीआर के उप प्रवक्ता फरहान हक ने यहां दैनिक न्यूज ब्रीफिंग के दौरान संवाददाताओं को बताया, “यह कहा गया है कि बहुत से शरणार्थी और प्रवासी सीमाएं सील किए जाने के डर से तेजी से पश्चिमी यूरोप में प्रवेश करने को तत्पर हैं।”
हक ने कहा, “आने वालों की संख्या अधिक होने के कारण ग्रीस पर दबाव बढ़ रहा है। एजेंसी का मानना है कि आगमन शर्ते यथोचित होनी चाहिए।”
यूएनएचसीआर ने चेताया कि ऐसा न होने पर सितंबर में यूरोप ने शरणार्थियों के संबंध में जिस कार्यक्रम पर सहमति जताई थी, उसे खतरा हो सकता है और वह विफल हो सकता है।”
उप प्रवक्ता ने कहा कि भूमध्यसागर से होकर यूरोप पहुंचने वाले शरणार्थियों और प्रवासियों की संख्या इस साल अब तक 6,43,000 से ऊपर पहुंच गई है।
अन्तर्राष्ट्रीय
कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित
नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।
एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।
कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी केवल धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं : प्रियंका गांधी
-
नेशनल2 days ago
चौथे चरण में देशभर की इन 96 सीटों पर होगा मतदान, अखिलेश, ओवैसी समेत इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
-
खेल-कूद2 days ago
ऋषभ पंत पर लगा बैन, अगले मैच में नहीं आएंगे नजर, जानें वजह