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अन्तर्राष्ट्रीय

कोलंबिया : सरकार, विद्रोहियों के बीच शुरू होगी शांति वार्ता

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बगोटा| कोलंबिया की सरकार और रिवोल्यशनरी आर्म्ड फोर्सेस आफ कोलंबिया (एफएआरसी) छापामार समूह ने पांच दशक से जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांति समझौता करने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को जारी संयुक्त बयान में उन्होंने घोषणा की है कि वे 2-10 फरवरी के बीच क्यूबा में संघर्ष विराम समझौते के लिए बैठक करेंगे और संघर्ष झेलने वाले पीड़ितों के मुआवजे पर भी बात करेंगे।

पिछले दो सालों में दोनों पक्षों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर आंशिक समझौता हुआ है, जिसमें कृषि सुधार, विद्रोहियों की राजनीति में प्रवेश शामिल रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी अंतिम समझौता करना है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, संघर्ष के दौरान 2,22,000 लोगों को जान गंवानी पड़ी है और 53 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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