नेशनल
कोच्चि मेट्रो की पहली यात्रा से लोग उत्साहित
कोच्चि, 19 जून (आईएएनएस)| कोच्चि मेट्रो की पहली यात्रा करने के लिए यहां सोमवार को सुबह से ही लोगों की लंबी कतार दिखी। मेट्रो ने यहां अपना वाणिज्यिक परिचालन सोमवार से शुरू कर दिया है। सर्वाधिक भीड़ मेट्रो के दो स्टेशनों अलुवा तथा पलारिवातोम पर देखी गई। इन दोनों स्ट्रेशनों के बीच ही मेट्रो रेल का परिचालन हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट का शनिवार को लोकार्पण किया था।
एक महिला ने संवाददाताओं से कहा, हमने सबसे पहले टिकट लिया और मेट्रो रेल में सबसे पहले दाखिल हुए। हम यहां सुबह 4.45 बजे ही पहुंच गए थे और पहली ट्रेन की यात्रा की, जो अलुवा के लिए सुबह छह बजे रवाना हुई। यह बेहतरीन अनुभव था।
मेट्रो रेल का परिचालन अलुवा तथा पलारिवातोम के बीच हो रहा है। दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी 13 किलोमीटर है और प्रत्येक 10 मिनट के अंतराल पर ट्रेन रवाना होगी। मेट्रो का परिचलान रोजाना सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक होगा।
दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी तय करने में 20 मिनट का वक्त लगता है और टिकट का न्यूनतम मूल्य 10 रुपये, जबकि अधिकतम मूल्य 40 रुपये है।
कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एलियास जॉर्ज ने कहा, टिकट जारी करते हुए प्रारंभ में कुछ परेशानी आई, लेकिन कुछ ही मिनटों में इसका समाधान हो गया और सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
-
नेशनल2 days ago
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बम बनाने को एक कुटीर उद्योग बना दिया है : पीएम मोदी
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे
-
मनोरंजन2 days ago
आ गई ‘बॉर्डर 2’ की रिलीज डेट, सनी देओल के साथ आयुष्मान खुराना भी आएंगे नजर
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
पीएम मोदी के नामांकन से पहले अमित शाह और सीएम योगी पहुंचे वाराणसी, तैयारियों का लिया जायजा
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी केवल धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं : प्रियंका गांधी
-
नेशनल2 days ago
चौथे चरण में देशभर की इन 96 सीटों पर होगा मतदान, अखिलेश, ओवैसी समेत इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
-
खेल-कूद2 days ago
ऋषभ पंत पर लगा बैन, अगले मैच में नहीं आएंगे नजर, जानें वजह