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मुख्य समाचार

कांग्रेस ने वसुंधरा राजे का इस्तीफा मांगा

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नई दिल्ली| कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस ने इसके लिए उन दस्तावेजों का हवाला दिया जो आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के समर्थन में दिए गए थे और उनमें वसुंधरा राजे के हस्ताक्षर हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “अगस्त 2011 में वसुंधरा राजे ने एक पत्रक लिखा था और इसके आधार पर उन्होंने मांग की थी कि ललित मोदी को इग्लैंड में रहने की अनुमति दी जानी चाहिए।”

उन्होंने कहा कि राजे ने बार-बार झूठ बोला और उस दस्तावेज को खारिज करती रहीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आज वे दस्तावेज देश के सामने हैं और उनमें उनका नाम है। मैं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह को बता देना चाहता हूं कि यह फर्जी नहीं है, असली हैं।”

उन्होंने कहा, “आज एक बात तो साफ हो गई है कि उन्होंने ललित मोदी के समर्थन में पत्र लिखा था और भाजपा ने कहा था कि अगर इन दस्तावेजों में उनके हस्ताक्षर रहे तो हम निश्चित ही उनका इस्तीफा लेंगे।”

जयराम ने कहा कि ऐसी सरकार जो भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करती हो, और एक प्रधानमंत्री जो कहता हो कि भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं किया जाएगा, वहां पर केवल एक ही विकल्प बचता है कि राजे को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

उन्होंने कहा, “कोई भी इस बात से इंकार नहीं कर सकता। इसमें जांच की कोई जरूरत नहीं है। राजस्थान की मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।”

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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