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मुख्य समाचार

कश्मीर : सीमांत गावों में शांति के लिए मतदान

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विजयपुर (जम्मू एवं कश्मीर)| जम्मू एवं कश्मीर के सांबा जिले के विजयपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में रविवार को मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गई। शुरुआती घंटों के मतदान से न सिर्फ दिन भर में भारी मतदान का संकेत मिला, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए लोगों में भारी रुझान भी दिखाई दिया। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से महज कुछ दूर नांगा गांव में कुल 915 मतदाताओं में से 52 ने शुरुआती आधा घंटे में मतदान किया। शेष मतदाता अपने बारी के इंतजार में कतारों में देखे गए।

नांगा गांव हालिया भारत-पाकिस्तान संघर्ष-विराम उल्लंघन का गवाह रहा है, जहां घरों की दीवारों पर अब भी पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से की गई गोलीबारी के निशान बाकी हैं। संवाददाताओं के साथ बातचीत में ज्यादातर मतदाताओं ने कहा कि वे बदलाव के लिए वोट दे रहे हैं। मतदान केंद्रों में मतदाताओं का बड़ी संख्या में देखा जाना इस बात का संकेत माना जा रहा है कि लोग अब बदलाव चाहते हैं।

नांगा मतदान केंद्र पर वोट देकर बाहर निकलते हुए 45 वर्षीय सतपाल हीर ने कहा, “मैंने उनके लिए वोट किया, जिन पर मुझे यकीन है कि हमारे गांव में शांति लेकर आएंगे और गांव का विकास भी करेंगे।” मतदान में भाग लेने मायके (नांगा) आईं 23 वर्षीया हरनाम कौर ने कहा, “मैंने सीमा और दूसरे स्थानों में शांति लाने के लिए वोट दिया है। मैंने उस पार्टी के लिए वोट किया, जो मुझे लगता है कि मेरे ससुराल और मायके में शांति लेकर आएगी और मुझे और मेरे माता-पिता को गोलीबारी के डर के साये में नहीं जीना पड़ेगा।”

विजयपुर सीमा के पास करलिआना कलां गांव में भी मतदाताओं में जोश देखा गया। मतदान शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्र पर मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। विजयपुर के पास सांबा निर्वाचन क्षेत्र में भी सभी मतदान केंद्रों पर रविवार को मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। जम्मू एवं कश्मीर के 18 निर्वाचन क्षेत्रों में से जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले के दो निर्वाचन क्षेत्रों और कश्मीर घाटी के श्रीनगर, अनंतनाग और शोपियां जिलों में 16 निर्वाचन क्षेत्रों में रविवार को चौथे चरण के तहत मतदान कराए जा रहे हैं।

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

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श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

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