Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

..और तोड़ दिया गया गांधी का ‘दूसरा राजघाट’

Published

on

Loading

बड़वानी, 27 जुलाई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में नर्मदा तट पर स्थित महात्मा गांधी का दूसरा राजघाट गुरुवार को मिट्टी में मिल गया। यहां लोग सत्य, अहिंसा और शांति की प्रेरणा लेने आते थे। ऐसे गांधीवादियों को कुछ दिन बाद वहां सिर्फ पानी ही पानी नजर आएगा। प्रशासन ने दूसरे स्थान पर गांधी स्मारक बनाने के मकसद से इस राजघाट के अवशेषों को सुरक्षित निकाल लिया है।

सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने से मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित ‘राजघाट’ भी डूब में आने वाला था। प्रशासन ने इस स्थल को दूसरी जगह शिफ्ट कराने की योजना बनाई। इस काम के लिए सरकार ने हालांकि सिर्फ सवा लाख रुपये ही मंजूर किए हैं।

‘आईएएनएस’ ने जब गांधीवादी चिंतक और कवि बालकवि बैरागी से ‘राजघाट’ को तोड़े जाने की चर्चा की, तो यह बात सुनते ही वह विचलित हो गए। उन्होंने कहा, राजघाट को तोड़ने से बेहतर था कि उसे जलमग्न हो जाने दिया जाता। अब खंडहर जलमग्न होगा जो ठीक बात नहीं है। जिन्होंने ऐसा किया है, उनके लिए यही कह सकता हूं कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे। मगर यह अच्छा नहीं हुआ। इस राजघाट को जलमग्न हो जाने देते और दूसरे स्थान पर नया गांधी स्मारक बना देते तो कोई ऐतराज नहीं था।

बैरागी ने चंबल नदी पर गांधी सागर बांध बनने के समय को याद करते हुए कहा, उस दौर में भी ढाई सौ गांव और कई धार्मिक स्थल जलमग्न हुए थे, मगर किसी को तोड़ा नहीं गया था। राजघाट को क्यों तोड़ा गया, यह मेरी समझ से परे है।

वहीं बड़वानी के जिलाधिकारी तेजस्वी नायक ने बताया कि जिस चबूतरे पर महात्मा गांधी की देह-राख रखी हुई थी, वह पूरी तरह कंक्रीट का बना हुआ था। उस समूचे चबूतरे को जेसीबी मशीन की मदद से जस का तस निकाल लिया गया है, किसी तरह की क्षति नहीं हुई है। अब दूसरी जगह अस्थायी स्मारक बनाया जाएगा। आपसी सहमति से भव्य स्मारक बनाने की योजना है।

गांधीवादी और अहिंसा के प्रेमियों के लिए बड़वानी का ‘राजघाट’ दिल्ली के ‘राजघाट’ से कम महत्व का नहीं था, क्योंकि यहां बनाई गई समाधि में केवल महात्मा गांधी की ही नहीं, कस्तूरबा गांधी और उनके सचिव रहे महादेव देसाई की देह-राख (एश) रखी हुई थी। गुरुवार की सुबह इस स्थान पर जेसीबी मशीन चलते देखकर कुछ लोग भड़क उठे, मगर पुलिस ने उन्हें काबू में कर लिया।

‘राजघाट’ पर जेसीबी चलाने का विरोध करने वालों में नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर भी थीं। वह ‘हे राम’ लिखे शिलालेख को ढहते देखकर भाव-विह्वल हो उठीं। यही वह स्थान था, जहां से मेधा बीते साढ़े तीन दशक से नर्मदा घाटी के लोगों के लिए लड़ाई लड़ती आ रही थीं।

तीनों महान विभूतियों की देह-राख यहां गांधीवादी काशीनाथ त्रिवेदी जनवरी, 1965 में लाए थे और समाधि 12 फरवरी, 1965 को बनकर तैयार हुई थी। इस स्थल को ‘राजघाट’ नाम दिया गया था। त्रिवेदी ने इस स्थान को गांधीवादियों का तीर्थस्थल बनाने का सपना संजोया था, ताकि यहां आने वाले लोग नर्मदा के तट पर गांधी की समाधि के करीब बैठकर अहिंसा और शांति का पाठ पढ़ सकें।

समाधि स्थल पर संगमरमर के दो शिलालेख लगे थे। एक पर ‘हे राम’ लिखा था और दूसरे पर ‘यंग इंडिया’ में 6 अक्टूबर, 1921 को महात्मा गांधी के छपे लेख का अंश दर्ज है। इसमें लिखा है, ‘हमारी सभ्यता, हमारी संस्कृति और हमारा स्वराज अपनी जरूरतें दिनों दिन बढ़ाते रहने पर, भोगमय जीवन पर, निर्भर नहीं करते, बल्कि अपनी जरूरतों को नियंत्रित रखने पर, त्यागमय जीवन पर निर्भर करते हैं।’

गांधीवादियों को लगता है कि शिवराज सरकार की मंशा इस राजघाट को दूसरे स्थान पर ले जाकर भव्य स्वरूप देने की नहीं है, तभी तो राज्य सरकार के नर्मदा घाटी विकास मंत्री लाल सिंह आर्य ने विधानसभा में कहा कि नया गांधी स्मारक कुकरा गांव के पास बनाया जाएगा। इसके लिए बड़वानी के जिलाधिकारी के खाते में एक लाख 25022 रुपये जमा कराए गए हैं। सवाल उठ रहा है कि इतनी कम रकम में क्या निर्धारित जमीन का समतलीकरण भी हो पाएगा?

दरअसल, सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाकर 138 मीटर की जा रही है। इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय ने मध्यप्रदेश और गुजरात सरकार को निर्देश दिए हैं कि 31 जुलाई के पहले पुनर्वास का काम पूरा हो जाए और उसके बाद ही उस ऊंचाई तक पानी भरा जाए। बांध की ऊंचाई बढ़ने से मध्यप्रदेश के 192 गांव और एक शहर के लगभग 40 हजार परिवार प्रभावित होने वाले हैं। साथ ही दूसरे राजघाट का नर्मदा नदी में समा जाना तय था।

Continue Reading

नेशनल

केजरीवाल ने किया 10 गारंटियों का एलान- 24 घंटे मुफ्त बिजली, सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा का वादा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दस गारंटियों का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी की वजह से गारंटियों के ऐलान में थोड़ी देरी हुई है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ इन गारंटियों पर चर्चा नहीं हुई है लेकिन जिस किस्म की गारंटी हम दे रहे हैं, उससे किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इन दस गारंटियों पर युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा।

गारंटी नंबर एक- 24 घंटे मुफ्त बिजली

सीएम केजरीवाल ने कहा, “देश के अंदर 24 घंटे बिजली का इंतजाम. देश की पीक डिमांड 2 लाख मेगावॉट की है. हमारे पास 3 लाख मेगावॉट पैदा करने की क्षमता है, लेकिन मैनेजमेंट खराब होने के चलते पावर कट होता है. आप की सरकार बनने पर देश के करीबों को फ्री बिजली दी जाएगी. एक साल में सवा लाख करोड़ का खर्च आएगा, जो सरकार देगी. गरीबों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी.

गारंटी नंबर दो- सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा

दूसरी गारंटी देते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश भर में हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. सरकारी स्कूलों का स्तर ऊंचा किया जाएगा. देश के सभी सरकारी स्कूल को शानदार बनाएंगे. इस काम को करने के लिए 5 लाख करोड़ रुपये लगेंगे. हर साल 50 हजार करोड़ का खर्चा आएगा. आधा केंद्र और आधा राज्य सरकार उठाएगी.

गारंटी नंबर तीन- मुफ्त विश्वस्तरीय इलाज

अरविंद केजरीवाल ने कहा, “देश भर में मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे. इसमें गरीब और अमीर दोनों का इलाज मुफ्त होगा. इलाज की क्वॉलिटी विश्व स्तर होगी. इसमें जितना भी खर्चा आए, सरकार उठाएगी.”

गारंटी नंबर चार- राष्ट्र सुरक्षा

चीन ने हमारे देश की जमीन पर कब्जा कर लिया है लेकिन केंद्र सरकार यह बात छुपाना चाहती है. हमारी सेना में बहुत ताकत है. भारत की जितनी जमीन पर चीन का कब्जा है, उसे छुड़वाया जाएगा. एक ओर डिप्लोमैटिक स्तर पर भी काम होगा और सेना को पूरी स्वतंत्रता दी जाएगी.

गारंटी नंबर पांच- अग्निवीर योजना को बंद करेंगे

अग्निवीर योजना हमारे युवाओं को चार साल बाद निकाल देती है. ऐसे में हम सेना को कमजोर कर रहे हैं. इसलिए ये योजना बंद की जाएगी. अभी तक जो बच्चे शामिल हुए हैं, उन्हें पक्का किया जाएगा.

गारंटी नंबर छ:- किसानों की फसलों के दाम सुनिश्चित किए जाएंगे

सीएम केजरीवाल का दावा है कि जनता उन्हें चुन कर केंद्र में लाती है तो आम आदमी पार्टी स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करेगी और उसके अनुसार, किसानों को एमएसपी का मूल्य दिया जाएगा. किसानों को इससे फायदा होगा.

गारंटी नंबर सात- दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि केंद्र सरकार बनने पर वह दिल्ली के पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएंगे.

गारंटी नंबर आठ- बेरोजगारी मिटाना

एक साल में दो करोड़ रोजगार का इंतजाम किया जाएगा. सभी युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए तैयार किया जाएगा. वैकेंसी निकलेगी और निष्पक्ष रूप से परीक्षाएं कराई जाएंगी.

गारंटी नंबर नौ- भ्रष्टाचार मिटाना

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, “बीजेपी की वॉशिंग मशीन को चौराहे पर खड़ा कर के तोड़ा जाएगा. ईमानदारों को जेल भेजना और भ्रष्टाचारियों को बचाने वाली मौजूद योजना को खत्म किया जाएगा. पूरे देश को भ्रष्टाचार से निजाद दिलाई जाएगी.”

गारंटी नंबर दस- व्यापार बढ़ाया जाएगा

अरविंद केजरीवाल का दावा है, “देश के व्यापारियों की मदद इंडिया की सरकार करेगी. हमारे देश के कई बड़े व्यापारी अपने व्यापार बंद कर के विदेश जा चुके हैं, इससे देश को नुकसान हो रहा है. जीएसटी को पीएमएलए से बाहर किया जाएगा और इसका सरलीकरण किया जाएगा. देश में जो सही तरह से व्यापार करना चाहे, वो कर सकता है, इसे ज्यादा जटिल नहीं किया जाएगा. इंडिया गंठबंधन की सरकार का प्लान व्यापार में चीन को पीछे छोड़ना है.”

Continue Reading

Trending