Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

उत्तर भारत समेत पाकिस्तान में जबरदस्त भूकंप, 32 की मौत

Published

on

Loading

नई दिल्ली/इस्लामाबाद| भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कई हिस्से सोमवार को भूकंप के तेज झटकों से हिल गए। भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई है। इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में बताया गया है। भूकंप से पाकिस्तान में 32 लोगों के मरने की सूचना है जबकि सैकड़ों लोगों के घायल होने की आशंका है। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की सेना को सतर्क कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, सरगोड़ा, कोहट और मुलतान जैसे बड़े शहरों सहित देश के अधिकांश उत्तरी हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

अमेरिका के भूगर्भीय सर्वे ने कहा है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है। सर्वे ने इसका केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में जार्म नाम की जगह को बताया है।

राजधानी में मेट्रो ट्रेन की सेवा रोकनी पड़ी। घबराए लोगों ने एक-दूसरे को फोन करना शुरू कर दिया। इस वजह से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों की संचार सेवाएं भी प्रभावित हुईं। लोग घरों, दफ्तरों से बाहर निकल आए। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने भूकंप पर कहा, “बहुत, बहुत बड़ा था..प्रार्थना कर रहा हूं।”

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश भूंकप के झटकों से हिल उठा। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि इस्लामाबाद, लाहौर, रावलपिंडी समेत देश के सभी प्रमुख शहरों में भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए।

दूसरी ओर पाकिस्तान के समाचार-पत्र ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान सीमा के करीब बाजौर कबायली क्षेत्र में इमारतें जमींदोज हो गईं, जिसमें दबकर चार लोगों के मारे जाने की सूचना है। रिपोर्ट में कहा गया कि पंजाब प्रांत के चकवाल जिले के कल्लर कहार इलाके में एक बच्चे, सरगोड़ा में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हुए हैं। वहीं, कसूर जिले में एक घर की छत गिरने से एक और स्वात घाटी में छह लोगों की मौत हो गई। समाचार-पत्र के अनुसार, करीब 200 घायलों को स्वात के सैदू शरीफ टीचिंग अस्पताल, जबकि 100 से ज्यादा लोगों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

‘दुनिया न्यूज टीवी’ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप में पेशावर के बाला हिसार किले का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि खबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने सभी अस्पतालों में एक आपात स्थिति घोषित कर दी है। सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने कहा है कि सैनिकों को औपचारिक आदेश मिलने का इंतजार किए बिना तुरंत प्रभाव से राहत कार्य में जुट जाने का आदेश है।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending