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उत्तर भारत समेत पाकिस्तान में जबरदस्त भूकंप, 32 की मौत

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नई दिल्ली/इस्लामाबाद| भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कई हिस्से सोमवार को भूकंप के तेज झटकों से हिल गए। भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई है। इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में बताया गया है। भूकंप से पाकिस्तान में 32 लोगों के मरने की सूचना है जबकि सैकड़ों लोगों के घायल होने की आशंका है। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की सेना को सतर्क कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, सरगोड़ा, कोहट और मुलतान जैसे बड़े शहरों सहित देश के अधिकांश उत्तरी हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

अमेरिका के भूगर्भीय सर्वे ने कहा है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है। सर्वे ने इसका केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में जार्म नाम की जगह को बताया है।

राजधानी में मेट्रो ट्रेन की सेवा रोकनी पड़ी। घबराए लोगों ने एक-दूसरे को फोन करना शुरू कर दिया। इस वजह से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों की संचार सेवाएं भी प्रभावित हुईं। लोग घरों, दफ्तरों से बाहर निकल आए। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने भूकंप पर कहा, “बहुत, बहुत बड़ा था..प्रार्थना कर रहा हूं।”

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश भूंकप के झटकों से हिल उठा। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि इस्लामाबाद, लाहौर, रावलपिंडी समेत देश के सभी प्रमुख शहरों में भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए।

दूसरी ओर पाकिस्तान के समाचार-पत्र ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान सीमा के करीब बाजौर कबायली क्षेत्र में इमारतें जमींदोज हो गईं, जिसमें दबकर चार लोगों के मारे जाने की सूचना है। रिपोर्ट में कहा गया कि पंजाब प्रांत के चकवाल जिले के कल्लर कहार इलाके में एक बच्चे, सरगोड़ा में दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हुए हैं। वहीं, कसूर जिले में एक घर की छत गिरने से एक और स्वात घाटी में छह लोगों की मौत हो गई। समाचार-पत्र के अनुसार, करीब 200 घायलों को स्वात के सैदू शरीफ टीचिंग अस्पताल, जबकि 100 से ज्यादा लोगों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

‘दुनिया न्यूज टीवी’ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप में पेशावर के बाला हिसार किले का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि खबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने सभी अस्पतालों में एक आपात स्थिति घोषित कर दी है। सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने कहा है कि सैनिकों को औपचारिक आदेश मिलने का इंतजार किए बिना तुरंत प्रभाव से राहत कार्य में जुट जाने का आदेश है।

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दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत

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नई दिल्ली| दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार रात एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से अस्पताल में आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार दमकल विभाग को रात 11:32 पर आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद मौके पर दमकल विभाग की 9 गाड़ियां भेजी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने 12 बच्चों को रेस्क्यू किया, जिनमें से 7 की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चे अस्पताल में एडमिट है। ईस्ट दिल्ली एडवांस्ड केयर हॉस्पिटल में बच्चों को एडमिट किया गया है दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिलते ही कुल नौ दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवजात शिशुओं की मौत पर स्वास्थ्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जो भी व्यक्ति दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सहानुभूति के सारे शब्द कम हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हादसे में, जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, हम उनके साथ खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज चल रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।

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