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अन्तर्राष्ट्रीय

इराकियों की हत्या में 4 अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों को जेल

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वाशिंगटन | अमेरिका की संघीय न्यायालय के एक न्यायाधीश ने 2007 में बगदाद में 14 निहत्थे इराकी नागरिकों की हत्या के लिए अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी ‘ब्लैकवाटर’ के चार पूर्व सुरक्षाकर्मियों को दोषी ठहराते हुए एक पूर्व सुरक्षाकर्मी को उम्रकैद और अन्य तीन को 30 साल कैद की सजा सुनाई है। समाचार एजेंसी ‘एफे’ द्वारा सोमवार को जारी रपट के अनुसार, अमेरिका की जिला न्यायालय के न्यायाधीश रॉयस लैंबर्थ ने निकोलस स्लैटन को बगदाद चौराहे पर इराकी नागरिकों की हत्या में दोषी पाए जाने पर उम्रकैद की सजा सुनाई है।

‘ब्लैकवाटर’ के तीन अन्य सुरक्षाकर्मी पॉल ए. स्लॉ, इवान एस. लिबर्टी और डस्टिन एल. हर्ड को भी इन हत्याओं का दोषी पाते हुए 30 साल कैद की सजा सुनाई है। स्लैटन अमेरिकी फौज का पूर्व निशानेबाज है। ब्लैकवाटर के इन चारों पूर्व कर्मचारियों को पिछले साल अक्टूबर में संघीय न्यायालय ने दोषी करार दिया था। न्यायालय के दस्तावेजों के मुताबिक, इन लोगों को इराक में अमेरिकी सरकार के कर्मचारियों को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी दी गई थी। इन पूर्व सुरक्षाकर्मियों ने 16 सितंबर, 2007 को इराक के निसुर चौराहे पर कार बम विस्फोट के तुरंत बाद विदेश विभाग के काफिले के लिए रास्ता साफ करने के लिए पैदल यात्रियों पर मशीन गन और ग्रेनेड के जरिए हमला किया था। इस गोलीबारी में 14 इराकी नागरिकों की मौत हो गई थी और 18 अन्य घायल हो गए थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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