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आस्था का प्रतीक है अयोध्या: योगी आदित्यनाथ

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फैजाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने तूफानी दौरे पर आयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सपा, बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अयोध्या आता हूं तो सपा,बसपा को बुरा लगता है। अयोध्या के नाम से बहुत लोगों को चिढ़ होती है लेकिन अयोध्या हमारे लिए आस्था का प्रतीक है।

उन्होंने लोगों से अपील की कि आयोध्या की पहचान के साथ भेदभाव करने वालों को माफ न करें। अयोध्या को इसका गौरव मिलना ही चाहिए। अयोध्या का विकास अयोध्या के अनुरूप हो।अयोध्या ने देश को दीपावली दी।

उन्होंने कहा कि हर नगर निगम में एक गौशाला खोलेंगे। सड़कों पर टहलने वाले गोवंशों का संरक्षण करेंगे। सड़कों पर गोवंशों को छोड़ेंगे नही। उन्होंने कहा कि योजनाओं को जमीन पर पहुंचाने को एक माध्यम चाहिए। उन्होंने लोगों से घर-घर जाकर मतदान करने की अपील की।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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