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अन्तर्राष्ट्रीय

आईएस ने सीरिया में 2 महिलाओं का सिर कलम किया

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दमिश्क| इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने पूर्वी सीरिया में दो महिलाओं का सिर कलम कर दिया। सीरिया में आईएस के अस्तित्व में आने के बाद से महिलाओं के सिर कलम करने का यह पहला मामला है। ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, महिलाओं के सिर कलम करने की यह घटना इराक की सीमा के पास स्थित सीरिया के पूर्वी प्रांत दीर अल-जोर की है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, सीरिया में एक साल पहले अपने कब्जे वाले इलाकों में खिलाफत का ऐलान करने के बाद से महिलाओं का सिर कलम करने का यह पहला मामला है।

ऑब्जरवेटरी के अनुसार, आतंकवादी गिरोह महिलाओं के साथ अपमानजनक व्यवहार कर रहा है। वह इराक के यजीदी समुदाय की महिलाओं को बंधक बनाकर उन्हें इराक और सीरिया में वेश्यावृत्ति के लिए बेच रहा है।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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