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अन्तर्राष्ट्रीय

आईएसआई प्रमुख अमेरिका रवाना

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इस्लामाबाद | पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख रिजवान अख्तर बुधवार को अमेरिका के अपने पहले आधिकारिक दौरे पर रवाना हुए। इस दौरे के दौरान वह क्षेत्रीय सुरक्षा, अफगानिस्तान और आतंकवाद रोधी मुद्दों पर शीर्ष खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। ‘डॉन’ के अनुसार, सेना के एकीकृत जन संपर्क प्रणाली यानी इंटर सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने आईएसआई के महानिदेशक अख्तर के अमेरिका दौरे की घोषणा करते हुए कहा, “आईएसआई के महानिदेशक अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर रवाना हो गए हैं।”

आईएसपीआर के प्रवक्ता ने बताया, “इस दौरे के दौरान वह अपने समकक्षों से मुलाकात करेंगे और खुफिया सूचनाओं से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करेंगे।” सूत्रों के अनुसार, अख्तर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के वरिष्ठ अधिकारियों और केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख जॉन ओ.ब्रेनन के साथ बैठक करेंगे। पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने अमेरिका का दौरा कर वहां के शीर्ष सैन्य कमांडरों और रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की थी। शरीफ ने अमेरिका के मध्य कमान प्रमुख जनरल लॉयड जे.जस्टिन से मुलाकात की थी, जिन्होंने पाकिस्तानी सेना की प्रतिबद्धता, पेशेवर रवैये और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उपलब्धि को लेकर इसकी प्रशंसा की थी।

16 दिसंबर को पेशावर के सैनिक स्कूल पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान का आतंकवाद के खिलाफ शुरू किया गया अभियान नए चरण से गुजर रहा है और साथ ही सरकार ने अच्छे और बुरे तालिबान की अवधारणा को नकार दिया है। पाकिस्तान तालिबान ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर शहर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल पर 16 दिसंबर को हमला किया था, जिसमें 140 स्कूली बच्चों और कर्मचारियों की मौत हो गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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