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आंचलिक विज्ञान नगरी में सिखाए गए एरोमा कैन्डल्स से बीमारियों को भगाने के गुर

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लखनऊ। आंचलिक विज्ञान नगरी में गुरुवार का दिन गृहणियों और शिक्षिकाओं के लिए बेहद खास रहा। यहां एरोमा वैक्स और जैल कैन्डेल बनाने की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन सीमैप के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आनन्द अखिला ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को सुगंधित तेलों के माध्यम से मोमबत्तियां बनाने के गुर सिखाए। ये सुंगधित मोबत्तियां स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होती हैं। खास बात यह है कि इन ऐरोमा कैन्डल्स को शौक के अलावा एक छोटे-मोटे लघु उद्योग की तरह भी अपनाया जा सकता है।

सुगंधित कैन्डल बनाने के गुर सिखाते वैज्ञानिक डॉ. आनन्द अखिला

सुगंधित कैन्डल बनाने के गुर सिखाते वैज्ञानिक डॉ. आनन्द अखिला

कार्यशाला में डॉ. अखिला ने बताया कि प्रकृति में बिखरी फूल-पत्तियों की सुगंध को सुंदर मोमबत्तियों में कैद किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि घर को इन सुगंधित मोमबत्तियों और अगरबत्तियों से खूबसूरत व तरोताजा बनाया जा सकता है। कार्यशाला में प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि कौन से सुगंधित तेल से बनी ऐरोमा कैण्डिल से किन-किन बीमारियों में फायदा होता है। जैसे चंदन- एंटीसेप्टिक, रिलैक्सिंग, उत्साह व आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करता है। इसी तरह लैवेंडर नींद लाने में और तनाव मुक्त करने में सहायक होता है। पेपरमिन्ट तो खांसी, जुकाम, फेफड़ों को साफ करने में रामबाण साबित होता है।

दालचीनी घबराहट दूर करने, रक्त-संचार सुचारू करने व जोड़ों के दर्द में अत्यन्त लाभकारी है। यूकेलिप्टस की तो भूमिका बेहद खास है। यह सांस नली में फायदा पहुंचाता है। साथ ही मांसपेशियों व जोड़ो के दर्द में भी आराम देता है और जुएं मारने में सहायक होता है। इसी तरह संतरा- जोड़ों में तनाव कम करने, नींबू- जुकाम-बुखार व इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में काम आता है। साथ ही गुलाब- त्वचा के लिए लाभकारी है। सिट्रोनेला- थकान दूर करने व अच्छी नींद लाने में सहायक होता है व पचोली- एन्टी-सेप्टिक, एंटी फंगल, तनाव मुक्त करने में मदद करता है।

नेशनल

दिल्ली बनी आग की भट्ठी, टूट गए सारे रिकार्ड, पारा 52 डिग्री के पार

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नई दिल्ली। दिल्ली में गर्मी के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। यहाँ पारा 52 डिग्री को भी पार कर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को दोपहर ढाई बजे मुंगेशपुर में 52 डिग्री से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। जब दिल्ली के मंगेशपुर में तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, उस वक्त का औसत तापमान- 45.8 डिग्री था।

मौसम विभाग के अनुसार अब तक राजधानी में इतना अधिक तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया। इससे पहले 15 मई, 2022 को दिल्ली में कॉमनवेल्थ स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का तापमान 49.2 डिग्री तक पहुंचा था। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को भी इसी तरह की गर्मी रह सकती है। बुधवार के लिए गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद तापमान में कुछ कमी आएगी, लेकिन उमस भरी गर्मी लोगों की परेशानियां बढ़ा देगी। 31 मई और 1 जून को बूंदाबांदी होने की संभावना है।

मौसम विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि नजफगढ़ और मुंगेशपुर में इतना अधिक तापमान दर्ज किया गया, क्योंकि ये शहर के बाहरी इलाके थे। उन्होंने कहा, “दूसरा कारण हवा की दिशा है। जब हवा पश्चिम से चलती है तो उन क्षेत्रों को सबसे पहले प्रभावित करती है। चूंकि वे बाहरी इलाके में हैं, तापमान तेजी से बढ़ता है।” श्रीवास्तव ने कहा कि शहर में लू का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।

मौसम विभाग और डॉक्टरों ने जरूरी काम न हो तो घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। लोग घरों में ही रहें तो लू की चपेट में आने से बच सकते हैं। साथ ही खुद को ठंडा रखने के लिए पानी, नींबू पानी पीते रहें। अगर दोपहर में घर से बार जाना है तो खुद को ढककर निकलें, ताकि लू से बचा जा सके।

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