Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

अखिलेश ने किया लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन

Published

on

Loading

लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को राजधानी में लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन किया। यह महोत्सव 25 नवंबर से सात दिसंबर तक चलेगा। महोत्सव में गीत, संगीत, साहित्य और संस्कृति का संगम होगा। मुख्यमंत्री ने आशियान स्थित एल पार्क में लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रदेश के दो मंत्री ओमप्रकाश सिंह व राजेंद्र चौधरी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा और इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी धर्मो के लोग एक सप्ताह से अधिक समय तक मनोरंजन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि उप्र में सपा की सरकार बनने के साथ ही राज्य का लगातार विकास हो रहा है। लखनऊ मेट्रो की शुरुआत सरकार की तरफ से की गई एक बड़ी पहल है। इसके अलावा सरकार ने हाल ही में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे भी खोला, जिसका लाभ कई जिलों के किसानों को मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि लखनऊ महोत्सव के पहले दिन प्रख्यात सितार वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट अपनी प्रस्तुति देंगे। पंडित हरि प्रसाद चौरसिया की बांसुरी की मीठी धुनें भी लोगों की आनंदित करेंगी, वहीं ‘आशिकी-2’ से चर्चित अरिजीत सिंह और ‘चक दे इंडिया’ से अपनी पहचान बना चुके गायक सुखविंदर का भी जादू चलेगा। लखनऊ के जिलाधिकारी राजशेखर ने बताया कि सांस्कृतिक संध्या में गीत-संगीत की हर विधा को समाहित करने का प्रयास किया गया है। इसी कड़ी में मालिनी अवस्थी, भूपेंद्र-मिताली, पिनाज मसानी, कामेडियन कृष्णा और सुदेश की प्रस्तुतियों के अलावा कवि सम्मेलन और मुशायरा भी आयोजित किया जा रहा है।

लखनऊ महोत्सव में राष्ट्रीय पुस्तक मेला भी खास होगा। डीआइओएस पी.सी. यादव ने बताया कि मेले में भरपूर बाल साहित्य मिलेगा। मेले का समय सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक है, जिसमें विभिन्न स्टालों पर 100 से भी अधिक प्रकाशक हिस्सा लेंगे।  पुस्तक मेला आयोजन समिति के सचिव चंद्र भूषण ने बताया कि मेले के दौरान बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी रखे गए हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending