Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

हेरिटेज फिल्म फेस्टिवल के लिए 17 जनवरी तक भेजें अपनी फिल्में

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| कला और संस्कृति में दिलचस्पी रखने वाले पेशेवर और शौकिया फिल्म निर्माताओं को भारतीय कला एवं संस्कृति की ऑनलाइन विश्वकोष सहपीडिया द्वारा आयोजित एक अनूठे ऑनलाइन हेरिटेज फिल्म फेस्टिवल में अपनी फिल्में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। फिल्मों की स्क्रीनिंग एक महीने तक चलने वाले इंडिया हेरिटेज वॉक फेस्टिवल (आईएचडब्ल्यूएफ) 2018 का हिस्सा होगी।

इसका आयोजन यस बैंक के थिंक टैंक यस ग्लोबल इंस्टीट्यूट की इकाई यस कल्चर के साथ सहपीडिया की भागीदारी से किया जा रहा है। इसमें भारतीय उपमहाद्वीप की मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के अनगिनत पहलुओं को दर्शाने वाली डॉक्यूमेंटरी फिल्मों को शामिल किया जाएगा।

जानी-मानी नृत्यांगना और सीबीएफसी की पूर्व प्रमुख लीला सैमसन समेत कला एवं संस्कृति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों की जूरी द्वारा चुनी गई फिल्मों को सहपीडिया के यूट्यूब चैनल पर प्रदर्शित किया जाएगा जहां फरवरी के पूरे महीने में रोजाना एक नई फिल्म रिलीज की जाएगी।

यह फेस्टिवल 16 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों के लिए खुला है और इसमें 30 मिनट तक की अवधि वाली उन सभी मौलिक फिल्मों को शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया है जो एचडी-डीवीडी या ब्लू-रे क्वालिटी की हों। प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तिथि 17 जनवरी 2018 है। इसमें 1 जनवरी 2015 से पहले निर्मित फिल्मों को शामिल नहीं किया जाएगा।

प्रविष्टियां डीवीडी फॉर्मेट में डाक द्वारा सहपीडिया कार्यालय, सी-1/3, पहली मंजिल, सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया, नई दिल्ली-110016 के पते पर भेजनी होंगी।

यस बैंक के एमडी और सीईओ तथा यस ग्लोबल इंस्टीट्यूट के चेयरमैन राणा कपूर कहते हैं, इंडिया हेरिटेज वॉक फेस्टिवल भारत की विरासत का एक भव्य कार्यक्रम है जो भारत के नागरिकों में न सिर्फ जागरूकता और संरक्षण का भाव भरता है बल्कि देशभर में जवाबदेह पर्यटन को भी बढ़ावा देता है। हेरिटेज टूरिज्म का मॉडल स्थानीय समुदाय के साथ काम करता है और इसमें आत्म गौरव का भाव भरने तथा संपूर्ण विकास को बढ़ावा देने की क्षमता है।

सहपीडिया के सचिव वैभव चैहान का कहना है, जो लोग इस फेस्टिवल में शारीरिक रूप से शामिल नहीं हो सकते, उन तक पहुंच बनाने के लिए हम ऑनलाइन फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं। इससे विभिन्न क्षेत्रों के लोग भी जुड़ पाएंगे और हमारी अपेक्षा के मुताबिक कार्यक्रम में विविधता भी आएगी।

Continue Reading

नेशनल

RSS नेता इंद्रेश कुमार का बीजेपी पर निशाना, कहा- अहंकार किसी का नहीं टिका, फिर किसी राजनीतिक दल की क्या बिसात

Published

on

Loading

नई दिल्ली। सरसंघ चालक मोहन भागवत के बाद अब आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा ‘जो अहंकारी हो गए हैं, उन्हें 241 पर रोक दिया। जिनकी राम के प्रति आस्था नहीं थी, अश्रद्धा थी। उन सबको मिलकर 234 पर रोक दिया। यही प्रभु का न्याय है।’

यही नहीं इंद्रेश कुमार ने बीजेपी को लेकर कहा कि अहंकार किसी का भी नहीं टिका है तो फिर किसी राजनीतिक दल की क्या बिसात है। लोकतंत्र में राम राज्य का विधान देखिए राम की भक्ति तो की लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, सबसे बड़ी पार्टी बने जरूर लेकिन बहुमत नहीं मिला, जो वोट की ताकत मिलना चाहिए थी उस पर अहंकार की चोट भारी पड़ गई।

वहीं इंद्रेश कुमार के बयान के बाद तमाम दलों को बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया है। ताजा बयान एनडीए की सहयोगी दल एनसीपी का है। पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने कहा है कि महाराष्ट्र में एनसीपी ने 2 सीट पर चुनाव लड़ा और एक पर जीत हासिल की, लेकिन जिस यूपी को लेकर बीजेपी इतनी आश्वस्त थी वहां उसका बुरा हाल हुआ है। ये घमंड ही है जिसकी वजह से बीजेपी ने यूपी में इतनी कम सीट पर जीत दर्ज की है।

वहीं शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भी आरएसएस-बीजेपी के चल रहे विवाद पर तंज कसा है। संजय राउत ने सवाल किया है कि क्या संघ के लोगों में हिम्मत है कि वह बीजेपी से बगावत कर सकें? बीजेपी में तो ऐसे कई लोग है जो आरएसएस से बगावत कर रहे हैं, जेपी नड्डा इसका बड़ा उदाहरण है जो सार्वजनिक रूप से यह कह चुके हैं कि अब बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है। संजय राउत ने कहा कि इस तरह चुप बैठने से काम नहीं चलेगा?

Continue Reading

Trending