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प्रादेशिक

योगी सरकार ने शुरू किया कोरोना टीकाकरण का महाभियान, ‘मिशन जून’ तहत लगेगा 1 करोड़ लोगों को टीका

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से दिए गिए टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट (3टी) के फॉर्मूले से प्रदेश में कोरोना वायरस पूरी तरह से काबू में आ गया है।

सीएम योगी ने निर्देश पर लागू किए 3टी मॉडल की तारीफ डब्ल्यूएचओ भी कर चुका है। प्रदेश में तेजी से कम हो रहे कोरोना के मामले के बीच योगी सरकार ने इस वायरस से जंग जीतने के लिए अब वैक्सीनेशन को भी तेज करने का फैसला किया है।

योगी सरकार आज यानी 1 जून से कोरोना टीकारण को लेकर ‘मिशन जून’ अभियान शुरू कर रही है। इसके तहत मंगलवार से बड़े पैमाने पर टीकारण शुरू किया जा रहा है।

इस अभियान के तहत 30 दिन में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने का टारगेट रखा गया है। मिशन जून के तहत वाहन चालकों, विक्रेताओं और रिक्शा चालकों के वैक्सीनेशन पर विषेष ध्यान रखा जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते सोमवार को एक समीक्षा बैठक में कहा कि “हमारा लक्ष्य जून के महीने में एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाना है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन शीशियां उपलब्ध हैं।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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