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प्रादेशिक

आवश्यक कार्य से विदेश जाने वालों के लिए जिला अस्पतालों में टीकाकरण प्रारम्भ किया गया है: अमित मोहन प्रसाद

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,86,396 सैम्पल की जांच की गयी है, जिनमें 1 लाख 21 हजार से अधिक जांचे आरटीपीसीआर के माध्यम से की गई है तथा 1,26,603 सैम्पल आरटीपीसीआर के लिए जनपदों से भेजे गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 5,41,45,947 सैम्पल की जांच की गयी है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 310 नये मामले आये हैं। प्रदेश में अब तक 16,74,999 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 6,496 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 3,920 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पाॅजिविटी दर 0.1 प्रतिशत है। प्रदेश में रिकवरी रेट 98.3 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,94,005 क्षेत्रों में 6,45,952 टीम दिवस के माध्यम से 3,57,92,542 घरों के 17,20,93,061 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।

प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 4,08,731 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गयी है। 1,99,53,946 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 38,75,540 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 2,38,29,486 डोजें लगायी गयी हैं। माह जून में 01 करोड़ टीकाकरण करने के लक्ष्य के सापेक्ष 15 दिनों में लगभग 55 लाख डोज लगायी जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि आज से जिन लोगों को पढ़ाई, नौकरी अथवा किसी आवश्यक कार्य से विदेश जाना है उन लोगों को प्राथमिकता के आधार पर जिला अस्पतालों में अलग से बूथ बनाकर टीकाकरण प्रारम्भ किया गया है। इन लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिनों में दी जायेगी। जिन प्रदेशों में संक्रमण अधिक है उन प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में आने वाले लोग अपना कोविड जांच अवश्य करवायें तथा कोविड प्रोटोकाॅल पालन करते हुए 01 सप्ताह तक घर में रहें। उन्हांेने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सेनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।

 

नेशनल

बाहुबली मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत

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लखनऊ। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, इसके बाद मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक जेल से लाते वक्त मुख्तार बेहोश था। मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई थी। 9 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी के लिए तैनात किया गया था। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस मामले में मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रिंसिपल ने चुप्पी साधी हुई है। उधर मुख्तार की मौत के बाद मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू हो गई है। इसके साथ ही यूपी में हाई अलर्ट है और सभी कप्तानों को अलर्ट पर रहने पर कहा गया है।

प्रयागराज में मुख्तार और उनके परिवार का इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस देखने वाले वकील अजय श्रीवास्तव प्रयागराज से बांदा के लिए रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि जेल या प्रशासन की तरफ से अभी तक मुख्तार अंसारी के परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई है। हालांकि मुख्तार के बेटे उमर अंसारी भी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं।

बता दें कि मुख़्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने और शोचालय में गिर जाने के कारण उसे तत्काल जेल डॉक्टर ने उपचार दिया गया। इसके बाद जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई थी। डॉक्टर्स ने मुख्तार  को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। इसके बाद बंदी मुख्तार अंसारी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा में भर्ती करा दिया गया था।

बता दें कि मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी, उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था,लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।

 

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