Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

योगी सरकार ने की देश के सबसे बड़े मुफ्त राशन वितरण अभियान की शुरूआत

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए गुरुवार को देश के सबसे बड़े मुफ्त राशन वितरण अभियान की शुरुआत की। अभियान के शुरु होते ही सरकारी राशन दुकानों से हर कार्ड धारक को 3 किलो गेहूं के साथ 2 किलो चावल मिलने लगा।  सरकार की तरफ से 2 महीने का मुफ्त राशन मिलने पर कार्ड धारकों के चेहरे खिल गये, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। लोगों ने विषम परिस्थितियों में सरकार की ओर से की गई मदद के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद दिया। योजना के तहत यूपी में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से जुड़े 15 करोड़ पात्र कार्ड धारकों को 2 महीने का मुफ्त राशन दिया जाना है। अभियान में पात्र गृहस्थी योजना के 13,41,77,983 कार्ड धारकों और अंत्योदय अन्न योजना के 1,30,07,969 पात्रों को भी मुफ्त राशन वितरण योजना का लाभ मिलेगा।

देश के सबसे बड़े मुफ्त राशन वितरण अभियान में यूपी के कार्ड धारकों के अलावा पोर्टबिलिटी के आधार पर कोई भी पात्र कार्ड धारक प्रदेश की सरकारी राशन दुकानों से मुफ्त राशन प्राप्त कर सकेगा। मई महीने का राशन वितरण गुरुवार से शुरू हुआ जो 31 मई तक चलेगा। 29 से 31 मई तक पोर्टबिलिटी के आधार पर पात्र लोगों को राशन वितरण किया जाएगा। योगी सरकार के निर्देश पर मुफ्त राशन वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए ई-पास मशीनों का प्रयोग किया है। योगी सरकार ने मुफ्त राशन वितरण अभियान के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की है। गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी योगी सरकार ने पात्र कार्ड धारकों को 8 महीने तक मुफ्त राशन वितरण किया था। 5 किलो खाद्यान्न प्रति यूनिट की दर से राज्य सरकार ने सरकारी दुकानों से पिछले साल अप्रैल से नवंबर तक 60 लाख मी टन खाद्यान्न का मुफ्त वितरण किया था, जो कि देश में एक रिकार्ड है ।

सीएम योगी के निर्देश पर यूपी के विभिन्न जिलों में मुफ्त राशन वितरण अभियान की निगरानी के लिए तैनात प्रदेश सरकार के मंत्री, विधायकों और अफसरों ने राशन वितरण अभियान की शुरुआत कराई। मुफ्त राशन वितरण में कोई परेशानी न हो इसकी निगरानी अफसर करने में लगे रहे। वितरण के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखे जाने के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। राशन वितरण की निगरानी के लिए सरकारी दुकानों पर नोडल अधिकारी भी तैनात रहे।

प्रदेश की लगभग 80 हजार सरकारी राशन दुकानों तक खाद्यान्न पहुंचाने के साथ वहां कोविड प्रोटोकाल के पालन पर भी पूरा जोर दिया गया। ई पास मशीनों के इस्तेमाल से पहले लोगों से सेनिटाइजेशन कराया गया।  एक दुकान पर एक समय में अधिकतम 5  उपभोक्ता ही मौजूद रहे इसका भी दुकानदाराें ने पालन कराया।  खाद्यान्न वितरण में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। टोकन वितरित किये गये जिससे दुकानों पर भीड़ न जुट सके। राज्य सरकार के निर्देश पर राशन दुकान पर सेनिटाइर, साबुन और पानी की उपलब्धता भी देखी गई।

उत्तर प्रदेश

रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया रामलला के ललाट पर ‘सूर्य तिलक’

Published

on

Loading

अयोध्या। देशभर में आज रामनवी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में खास आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम का सूर्य तिलक किया गया।

वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक पर पहुंचाया गया। इस दौरान सूर्य की किरणों ने लगभग 4 मिनट तक रामलला के ललाट की शोभा बढ़ाई। शंखों की ध्वनि, मंत्रोच्चारण और पुजारियों की मौजूदगी में सूर्य तिलक के अवसर को और भी शानदार बना दिया। दूसरी ओर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि श्री रामनवमी की पावन बेला में आज, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्री रामलला सरकार का दिव्य अभिषेक किया गया।

भगवान राम के सूर्याभिषेक के बाद लोगों ने दिव्य दर्शन किए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है। अयोध्या में रामनवमी की अद्भुत और विह्गम छटा दिखने को मिल रही है। इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर राम मंदिर को फूलों और लाइटिंग से सजाया गया है। राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए गए हैं। यहां पर रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे। यहां पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक के भव्य दर्शन हुए।

इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है। जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग में भी जब प्रभु राम ने अवतार लिया था तो उस दौरान सूर्य देव एक महीने तक अयोध्या में रुके थे। त्रेता युग का वह दृश्य अब कलयुग में भी साकार हो रहा है। जब हम प्रभु राम का आरती उतार रहे थे और सूर्य देव उनके माथे पर राजतिलक कर रहे थे तो वह दृश्य बहुत अद्भुत दिख रहा था।

Continue Reading

Trending