Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अगर आपको हैं डायबिटीज तो हो जाइए सावधान, नहीं तो हो सकता है कैंसर

Published

on

Loading

डायबिटीज ऐसी बीमारी हैं जिसमें इंसान को कोताही नहीं बरतनी चाहिए। लेकिन अगर आप कोताही कर रहे तो सावधान हो जाइए। एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ हैं कि डायबिटीज से कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है और कैंसर होने पर बचने की संभावना भी कम हो जाती है।

बता दें कि नेशनल डायबिटीज रजिस्टर (एनडीआर) के शोधकर्ताओं के अनुसार, 20 प्रतिशत डायबिटीज के मरीजों को सबसे ज्यादा आंतों का कैंसर (कोलोरेक्टल कैंसर) का खतरा सबसे ज्यादा हैं। वहीं 5 प्रतिशत मरीजों में स्तन कैंसर (ब्रेस्ट कैंसर) होने का खतरा अधिक होता है। जबकि, जिन्हें डायबिटीज नहीं थी, उनमें इस तरह के कैंसर के मामले कम देखे गए। ब्रेस्ट कैंसर के मामले में मौत की आशंका 25 से 29 फीसदी तक होती है।

दुनियाभर में करीब 41.5 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। हर 11 में से एक व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है। वर्ष 2040 तक इस संख्या के बढ़कर 64.2 करोड़ होने की संभावना है।

शोधकर्ता का कहना हैं कि ‘हमारा अध्ययन यह नहीं कहता कि जिस भी व्यक्ति को डायबिटीज है उसे बाद में कैंसर हो जाएगा।’ हालांकि पिछले 30 साल में टाइप 2 डायबीटीज से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ी है तो हमारा अध्ययन डायबिटीज से देखभाल के महत्व पर जोर देता है।’

इस मामले में ताजा रिसर्च कहती है कि 1998 से 2014 के बीच टाइप-2 डायबिटीज के 4 लाख 57 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत कैंसर की वजह से हुई। इससे पता चला कि डायबिटीज के मरीजों को 12 में से 11 किस्म के कैंसर होते देखे गए। वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन लोगों में डायबिटीज है, उनमें 231 फीसदी लिवर कैंसर होने की आशंका होती है।

इसके अलावा 119 फीसदी पैंक्रियाज कैंसर, 78 फीसदी गर्भाशय का कैंसर, 56 फीसदी लिंग का कैंसर, 45 फीसदी किडनी का कैंसर, 32 फीसदी पित्ताशय का कैंसर, 21 फीसदी पेट का कैंसर और 20 फीसदी पेशाब की थैली का कैंसर होने की आशंका भी पाई गई। रिसर्च से पता चला कि डायबिटीज के मरीजों को स्वस्थ लोगों के मुकाबले 18 फीसदी कम प्रोस्टेट कैंसर होता है। हालांकि तमाम रिसर्च में इस बात का पता नहीं चला कि डायबिटीज का कैंसर होने से किस तरह रिश्ता है।

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में केन्या के रक्षा प्रमुख की मौत, राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओगोला की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। उनके साथ हेलीकॉप्टर पर सवार 9 और लोगों की भी जान चली गई। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने घटना के संबंध में जानकारी दी। राष्ट्रपति विलियम रुटो ने कहा कि केन्या के रक्षा प्रमुख और नौ अन्य शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को देश के एक दूरदराज के इलाके में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

रुटो ने कहा, ‘मुझे केन्या रक्षा बलों के प्रमुख जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला के निधन की घोषणा करते हुए गहरा दुख हो रहा है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए एक जांच टीम गठित की गई है और उन्हें एल्गेयो मराकवेट काउंटी में दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है।’

रूटो ने बताया कि जनरल ओगोला केन्या के उत्तरी रिफ्ट क्षेत्र में सैनिकों के साथ बैठक करने और वहां पर चल रहे स्कूल नवीकरण का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार को नैरोबी से रवाना हुए थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए, केन्या रक्षा बलों के कमांडर-इन-चीफ के रूप में, यह केन्या रक्षा बलों की बिरादरी के लिए एक दुखद क्षण है और यह राष्ट्र के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। हमारी मातृभूमि ने अपने सबसे बहादुर जनरलों में से एक को खो दिया है।’

राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि केन्या में शुक्रवार से तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। केन्या के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, जनरल ओगोला 1984 में केन्याई रक्षा बलों में शामिल हुए और केन्या वायु सेना में तैनात होने से पहले 1985 में वो दूसरे लेफ्टिनेंट बने थे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता हुसैन मोहम्मद के अनुसार, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद केन्याई राष्ट्रपति ने नैरोबी में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक तत्काल बैठक बुलाई है।

Continue Reading

Trending