प्रादेशिक
कोरोना पर काबू पाने के लिए महाराष्ट्र ने मांगी केरल से मदद, की ये अपील
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले देश में बढ़ते चले जा रहे हैं। भारत में अब तक कुल 1 लाख 31 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। इस जानलेवा बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है।
यहां 44 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इस राज्य में मरने वाले लोगों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक इस वायरस से 1517 लोगों की मौत हो चुकी है।
हर दिन तेजी से बढ़ते मामले को देखते हुए अब महाराष्ट्र सरकार ने केरल से मदद मांगी है। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने में काफी हद तक सफल केरल सरकार से अपील की है कि मुंबई में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अनुभवी डॉक्टर और प्रशिक्षित नर्स भेजें।
असल में, मुंबई में बनने वाले नए 60 बेड वाले अस्पताल के लिए डॉक्टरों और नर्सों की जरूरत है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने पिछले हफ्ते केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लंबी बातचीत की। इस दौरान केरल में कोरोना वायरस के मामलों से निपटने के तौर तरीकों और मॉडल पर चर्चा की गई।
बहरहाल, महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के रोज नए रिकॉर्ड टूट रहे हैं। राज्य में रविवार को एक ही दिन में 3 हजार से ज्यादा कोरोना के केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 50 हजार को पार कर गई है।
उत्तर प्रदेश
जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।
अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,अस्पताल ले जाते समय ,अस्पताल में इलाज के दौरान ,झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,झूठी आत्महत्या दिखाकर ,किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी की टिप्पणी से भारत नाराज, कहा- ये हमारा आंतरिक मामला
-
नेशनल2 days ago
बीजेपी ने तीन राज्यों के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट की जारी, PM मोदी, शाह और योगी के नाम शामिल
-
नेशनल1 day ago
शिवसेना-शिंदे गुट के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी, मोदी-शाह समेत कई बड़े नाम शामिल
-
नेशनल1 day ago
सीएम बने रहेंगे केजरीवाल, कोर्ट ने पद से हटाने वाली याचिका की खारिज
-
नेशनल1 day ago
ईडी ने सुनीता केजरीवाल के रिश्तेदार के घर पर मारा छापा, जानें क्या है मामला
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की
-
नेशनल2 days ago
ईडी की कस्टडी में केजरीवाल की तबीयत बिगड़ी, शुगल लेवल 46 तक गिरा