Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

ATS के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी को धरदबोचा

Published

on

Loading

जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजंसियां एलर्ट हो गई हैं। इसी वजह से उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देवबंद से 2 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आतंकियों का काम जैश-ए-मोहम्मद के लिए नए आतंकियों की भर्ती कराना था।
2 संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि उनके पास बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। आतंकियों का नाम शाहनवाज अहमद तेली और आकिब अहमद है। दोनों आतंकी देवबंद में बिना एडमिशन के रहते थे और साथ ही .32 बोर की गन भी थी।

इतना ही नहीं दोनों संदिग्धों के पास से जिहादी ऑडियो, वीडियो और लिखित सामग्री भी बरामद हुई है। डीजीपी ने बताया कि जैश आतंकी शाहनवाज अहमद तेली कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है जबकि आकिब अहमद पुलवामा का रहने वाला है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

Published

on

Loading

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

Continue Reading

Trending