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अन्तर्राष्ट्रीय

आतंक के खिलाफ पहली बार एक साथ आए भारत-पाक सैनिक, मिलकर करेंगे सैन्य अभ्यास

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नई दिल्ली। आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ पहली बार भारत और पाकिस्तान के सैनिक एक साथ आए हैं। दोनों देशों की सेनाएं पहली बार एक साथ सैन्य अभ्यास कर रही हैं। दोनों देशों के सैनिक रूस के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के बड़े आतंकरोधी अभ्यास में पहली बार हिस्सा ले रहे हैं। भारत पिछले साल जून में एससीओ का पूर्ण सदस्य बन गया था। जिसके बाद अब वह पहली बार इस अभ्यास में हिस्सा ले रहा है।

प्रतीकात्मक

आपको बता दें कि एससीओ द्वारा हर दूसरे साल एससीओ सदस्य देशों के लिए शांति मिशन अभ्यास आयोजित किया जाता है। दोनों देशों की सेनाओं का ये साझा अभ्यास रूस के चेबारकुल में 22 से 29 अगस्त के दौरान सेंट्रल मिलिट्री कमीशन द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

शांति मिशन 2018 के अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सैनिक रूस पहुंच चुके हैं। भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर बताया कि, “नई जगह, नए वातावरण में, अलग-अलग भाषाओं के लोग। लेकिन एक दूसरे को समझने में कुछ ही क्षण लगे।”

कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस साझा अभ्यास से लंबे समय से सैन्य प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वास बढ़ सकता है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से भड़का चीन, घटना की गहन जांच की मांग की

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अपने चार नागरिकों की हत्या के बाद चीन भड़का हुआ है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी हमले के तुरंत बाद चीन के दूतावास पहुंचे और राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी हमले की कड़ी निंदा की, उन्होंने हमले को पाक चीन की दोस्ती को नुकसान पहुंचाने की साजिश बताया।

चीनी नागरिकों पर हुए हमले पर सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा है कि यह हमला पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह है। ये बताता है कि पाकिस्तान को अभी सुरक्षा क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में उन्होंने इस हमले को उस हमले की कॉपी बताया जो 2021 में किया गया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इस लेख में ये भी कहा गया है कि इस तरह के हमले बताते हैं कि आतंकी ताकतें चीन और पाकिस्तन के आर्थिक गलियारे की सफलता नहीं देखना चाहती हैं और लगातार इसे विफल करने की साजिश रच रही हैं।

उधर अपने नागरिकों की मौत के बाद चीन ने घटना की गहन जांच की मांग भी कर डाली है। पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान में चीनी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने आपात कार्य शुरू कर दिया है और पाकिस्तानी पक्ष से हमले की गहन जांच करने, दोषियों को कठोर सजा देने तथा चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने की मांग की है।”

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