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प्रादेशिक

इस गांव का नाम है ‘लण्डौरा’, महिलाएं-बच्चे शर्म से नहीं ले पाते हैं किसी के सामने नाम!

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नई दिल्ली। आपने अपने जीवन में कई ऐसी जगहों के नाम सुने होंगे जिसे सुनकर आपको शायद हंसी आ गयी हो। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके नाम से वहां के लोग खासे परेशान हो गए हैं। इंद्री में एक ऐसा गांव है जिसके नाम से लोग इतना परेशान हैं कि अब उन्होंने चुनाव में आने वाले नेताओं का बहिष्कार करने का फैसला किया है। अब आप सोच रहे होंगे कि गांव के नाम में आखिर ऐसा क्या है कि लोग इससे इतने ज्यादा परेशान हो गए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में एक ऐसा गांव है जिसका नाम लण्डौरा है जिसे बदलने के लिए वहां के लोग पिछले 25 सालों से जद्दोजहद कर रहे हैं।

नाम बदलने की प्रक्रिया को कागजी तौर पर पूरा करने के लिए गांव के सरपंच मनोज कुमार ने जिला प्रसाशन से लेकर चंडीगढ़ तक के अधिकारियों के दरवाजे खटखटा चुके हैं लेकिन अभी तक गांव का नाम नहीं बदला।

ग्रामीण मोहर सिंह का कहना है कि कई बार वह राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज से मिलकर इस बारे में बात कर चुके हैं। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। महिलाएं तो इस गांव का नाम लेते हुए भी अपने आप को बेइज्जत महसूस करती है।

स्कूल कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिए जाने वाली लड़कियों को अपने गांव का नाम बताने में संकोच होता है। बसों में आने-जाने के लिए भी महिलाओं को अपने गांव का नाम बताने में शर्मसार होना पड़ता है।

उत्तर प्रदेश

हरदोई में 16 बार चुनाव लड़ा, हर बार मिली हार, फिर से मैदान में उतरे शिवकुमार

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हरदोई। देश भर में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है और ऐसे में हरदोई में भी चुनाव की गरमा गरमी अब खूब देखने को मिल रही है। यहां पर एक ऐसे प्रत्याशी भी है जो 17 वी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब तक कुल 16 बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें आजतक किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली है। इनका नाम है शिवकुमार और यह शहर कोतवाली क्षेत्र के मन्नापुरवा के रहने वाले है।

इनका कहना है कि वह हारने के बाद भी वह चुनाव लड़ते रहेंगे क्योंकि जनता उनका सम्मान बरकरार रखती है। उन्होंने कहा कि इस बार अगर वह जीतते हैं तो लोकसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या के समय उनके साथ खड़े रहेंगे और उनका सहयोग करेंगे। शिवकुमार ने प्रत्येक बार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ा है।

शिवकुमार ने 3 प्रधानी के चुनाव 3 जिला पंचायत के साथ 7 चुनाव विधानसभा और अब तक 3 चुनाव दिल्ली वाले यानी लोकसभा ले लड़े है और अब वह चौथी बार 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि उनके मुद्दे क्या है अगर वह बता देंगे तो लोग नकल कर लेंगे।

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