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नेशनल

कोवैक्सीन को लेकर आई अच्छी खबर, तीसरे फेज में 77.8% असरदार पाया गया टीका

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नई दिल्ली। भारत की वैक्सीन कोवैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। इस स्वदेशी वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के मुताबिक तीसरे चरण के ट्रायल में यह टीका 77.8 फीसदी असरदार पाया गया है। बता दें कि भारत में जिन दो वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिला है कोवैक्सीन उसमें से एक है।

सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (SEC) ने भारत बायोटेक की ओर से उपलब्ध कराए गए डेटा की समीक्षा की है। हालांकि अभी इसे मंजूरी नहीं दी गई है। ट्रायल डेटा की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक्सपर्ट पैनल की बैठक हुई।

SEC की ओर से इस डेटा को अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के पास भेजा जाएगा। भारत बायोटेक ने पैनल के सामने डेटा को रखा है, जिसके मुताबिक यह 77.8 फीसदी प्रभावी पाया गया है। SEC में अब आंकड़ों को परखा जा रहा है।

उत्तर प्रदेश

जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं, मुख्तार की मौत पर बोले अखिलेश

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर योगी सरकार को भी जमकर घेरा है। उन्होंने मामले की सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यूपी इस समय सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर में है। यह यूपी की कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अखिलेश ने लिखा कि  हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।

अपनी पोस्ट में अखिलेश ने कई वजहें भी गिनाई।उन्होंने लिखा- थाने में बंद रहने के दौरान ,जेल के अंदर आपसी झगड़े में ,⁠जेल के अंदर बीमार होने पर ,न्यायालय ले जाते समय ,⁠अस्पताल ले जाते समय ,⁠अस्पताल में इलाज के दौरान ,⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर ,⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर ,⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जाँच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं।  उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

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